मुजफ्फरनगर: तीन कृषि कानूनों के चल रहे विरोध को छह महीन से अधिक का वक्त हो गया है। किसानों की मांग पर गंभीरता नहीं दिखाए जाने के बाद भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने मुजफ्फरनगर के रोहाना टोल प्लाजा को जाम कर दिया है।
टोल प्लाजा पर किसानों का कब्जा होने के बाद आने-जाने वाले वाहनों को काफी तकलीफ हो रही है। वहीं, भाकियू के कब्जे की खबर सुनकर पुलिस प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई।
दरअसल, भाकियू के मंडल महासचिव राजू अहलावत और प्रदेश महासचिव जहीर फारुकी के नेतृत्व में सैंकड़ों ट्रैक्टर और करीब 200 कारों के साथ किसान और भाकियू कार्यकर्ता रोहाना टोल प्लाजा पहुंचे और पूरी तरह से टोल पर कब्जा जमा लिया गया। यहां तक कि किसानों ने वहां पर टेंट भी लगा लिया। किसानों द्वारा टोल पर कब्जा होने के बाद टोल को फ्री कर दिया गया।
टोल पर कब्जा होने की खबर ने पूरे जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी। सूचना मिलने पर एसडीएम सदर दीपक कुमार, डीएसओ बीके शुक्ला, सीएओ सिटी कुलदीप कुमार, शहर कोतवाली प्रभारी योगेश शर्मा पुलिस फोर्स के साथ टोल पर पहुंचे।
पुलिस ने किसानों से बातचीत कर टोल को खाली कराने की कोशिश की, लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं हुए। जब एसडीएम सदर और डीएसओ ने बात करने की कोशिश की तो उन्हें भी सड़क पर ही बैछा लिया गया।
बता दें कि भाकियू ने देश में MSP की गारंटी के लिए कानून, भूमि अधिग्रहण का किसानों को बाजार का रेट पर मुआवजा, रिश्वत खोरी बंद करने, रोहाना टोल प्लाजा को टोल के पास रहने वाले ग्रामीणों के लिए फ्री कराने और कानून बनाने की मांग की है।
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