नई दिल्ली: पत्रकार प्रशांत कनौजिया को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रशांत कनौजिया को उनके दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार किया है। और उन्हें वसंत विहार पुलिस स्टेशन लाया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने राम मंदिर को लेकर विवादित टिप्पणी की है, जिससे सांप्रदायिक सदभाव बिगड़ सकता है। जिसको लेकर उन पर लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया गया था। इसको लेकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
हजरतगंज थाने में था मुकदमा दर्ज
बता दें कि कनौजिया के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली के दारोगा दिनेश कुमार शुक्ला ने मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि कन्नौजिया ने अपने ट्वीट में कहा था कि राम मंदिर में शूद्रों, एससी और एसटी का प्रवेश निषेध रहेगा और सभी लोग एक साथ आवाज उठाएंगे। हिन्दू आर्मी के सुशील तिवारी की ख्याति को हानि पहुंचाने के उद्देश्य से पोस्ट किए गए थे। जिसको लेकर मामला दर्ज किया गया था।
चेतावनी के साथ मिली थी जमानत
आपको बता दें कि प्रशांत कनौजिया को पहले भी यूपी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। हालांकि उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने यह कहकर जमानत दी थी कि आगे किसी भी प्रकार कि कोई विवादित टिप्पणी न हो। तब यूपी पुलिस ने हजरतगंज पुलिस स्टेशन में कनौजिया के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। अब एक बार फिरसे विवादित टिप्पणी को लेकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
मुख्यमंत्री को लेकर की थी टिप्पणी
प्रशांत कनौजिया ने पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर एक वीडियो के साथ व्यंगात्मक टिप्पणी की थी। जिसमें एक महिला ने कथित रूप से दावा किया था कि वह वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए लगातार मुख्यमंत्री के संपर्क में है।
प्रशांत कनौजिया को उत्तर प्रदेश पुलिस ने किया गिरफ्तार
नई दिल्ली: पत्रकार प्रशांत कनौजिया को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रशांत कनौजिया को उनके दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार किया है। और उन्हें वसंत विहार पुलिस स्टेशन लाया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने राम मंदिर को लेकर विवादित टिप्पणी की है, जिससे सांप्रदायिक सदभाव बिगड़ सकता है। जिसको लेकर उन पर लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया गया था। इसको लेकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
हजरतगंज थाने में था मुकदमा दर्ज
बता दें कि कनौजिया के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली के दारोगा दिनेश कुमार शुक्ला ने मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि कन्नौजिया ने अपने ट्वीट में कहा था कि राम मंदिर में शूद्रों, एससी और एसटी का प्रवेश निषेध रहेगा और सभी लोग एक साथ आवाज उठाएंगे। हिन्दू आर्मी के सुशील तिवारी की ख्याति को हानि पहुंचाने के उद्देश्य से पोस्ट किए गए थे। जिसको लेकर मामला दर्ज किया गया था।
चेतावनी के साथ मिली थी जमानत
आपको बता दें कि प्रशांत कनौजिया को पहले भी यूपी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। हालांकि उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने यह कहकर जमानत दी थी कि आगे किसी भी प्रकार कि कोई विवादित टिप्पणी न हो। तब यूपी पुलिस ने हजरतगंज पुलिस स्टेशन में कनौजिया के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। अब एक बार फिरसे विवादित टिप्पणी को लेकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
मुख्यमंत्री को लेकर की थी टिप्पणी
प्रशांत कनौजिया ने पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर एक वीडियो के साथ व्यंगात्मक टिप्पणी की थी। जिसमें एक महिला ने कथित रूप से दावा किया था कि वह वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए लगातार मुख्यमंत्री के संपर्क में है।
Ravi Kumar
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