लखनऊ: 5 वर्ष के बाद जब सरकारें बदलती हैं तो कानूनी दांवपेच का फायदा भी उठाया जाता है। यूपी की राजनीति में ऐसा कई बार देखने को मिला है। 2017 में भाजपा की सरकार बनी, इसके पहले सपा और बसपा ने उत्तर प्रदेश पर अपना दबदबा कायम रखा था।
पिछली सरकार में दर्ज 5000 से अधिक मुकदमे वापस
सपा और बसपा की सरकार में भाजपा कार्यकर्ताओं पर कई मुकदमे दर्ज किए गए थे। अब इन्हें उत्तर प्रदेश सरकार वापस लेने की योजना बना रही है। इनमें से 5000 मामलों में केस वापस ले लिया गया है, वहीं आने वाले जुलाई महीने में शेष बचे मामलों में भी राहत देने की योजना है।
आपको बता दें कि 2017 से पहले समाजवादी पार्टी की सरकार और उसके पहले बसपा की सरकारों में भाजपा कार्यकर्ताओं पर कई मामलों में मुकदमे दर्ज किए गए थे। भाजपा ने 2017 में सत्ता संभाली, अब इन सभी मुकदमों को प्रदेश सरकार वापस ले रही है।
बैठक में लिया गया फैसला
यूपी भाजपा प्रभारी राधामोहन सिंह और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने लखनऊ में भाजपा नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में पुराने सभी मुकदमे वापस लेने का भी फैसला लिया गया। राजनीतिक मतभेद के चलते हुई कानूनी कार्यवाही से अब कई लोगों को राहत मिलेगी। इस बैठक में आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भी रणनीति बनाई गई और सरकार के कामकाज पर भी चर्चा हुई।