नई दिल्ली। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सियासत सुरू हो गई है। जहां भारतीय जनता पार्टी ने आगामी राजस्थान आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पर अपना विश्वास जताते हुए और उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। बता दे कि इस बात की जानकारी पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं ने इस बात की जानकारी दी है। इस फैसले से उन लोगों को निराशा हो सकती है जो राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन चाहते थे।
किसी भी बदलाव पर कोई विचार नहीं
बीजेपी नेता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, “किसी भी बदलाव पर कोई विचार नहीं कया जा रहा है। वसुंधरा राजे मौजूदा मुख्यमंत्री हैं और पार्टी उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी।” बीजेपी के एक दूसरे नेता ने भी अपनी पहचान जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि अपने राज्यों में राजे, चौहान और सिंह पार्टी के लोकप्रिय चेहरे हैं और अगर पार्टी कोई बदलाव करना के बारे में सोचे भी तो उनके कद के कोई दूसरे नेता मौजूद नहीं हैं।
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सीएम को हटाने की मांग ने पकड़ी थी जोर
राजस्थान में फरवरी में हुए उपचुनाव में अजमेर और अलवर संसदीय सीटों और मंडलगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस से मिली हार के बाद बीजेपी में वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग उठने लगी। राजे तो बच गईं लेकिन उनके वफादार अशोक परनामी को राजस्थान भाजपा प्रमुख के पद से त्याग पत्र देना पड़ा। बता दे राजस्थान में अभी तक राजस्थान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद पर कोई नाम तय नहीं हो पाया है जिसकी एक वजह राजे और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह में मतभेद को माना जा जा रहा है और राजस्थान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के पद के लिए किसी नाम पर फैसला नहीं हो सका है।
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शाह संभालेंगे चुनाव की कमान
पार्टी के पदाधिकारी के मुताबिक अमित शाह राज्य में चुनाव अभियान की कमान अपने हाथों में रखेंगे। शाह की टीम ने उनके लिए जयपुर में घर देखने भी शुरू कर दिया है, जहां से वे चुनाव अभियान को निर्देश दे सकेंगे, जैसा उन्होंने बंगलूरू के एक घर में रहकर कर्नाटक चुनाव में किया था। बता दे कि कांग्रेस में भी सीएम पद की घोषणा की मांग उठने लगी है।