नई दिल्ली। दिलवालों की दिल्ली में हाल ही में नाइजीरियाई छात्रों से मारपीट के किस्से में इजाफा हुआ है। इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब तीन नाइजीरियन छात्रों को कुछ लोगों ने बेरहमी से पीटा। वहीं अब इस मामले पर भाजपा नेता तरुण विजय का विवादित बयान सामने आया है हालांकि कड़ी आलोचना होने के बाद उन्होंने अपनी सफाई भी दी है।
पढ़िए आखिर कौन सा बयान तरुण विजय के लिया बना मुसीबत?
दरअसल नाइजीरियन छात्रों के साथ बढ़ रही बदसलूकी के मामलो में तरुण विजय एक समाचार चैनल पर अपना पक्ष रखा लेकिन उनका यही पक्ष मुसीबत की वजह बन गया है। हालांकि आलोचनाओं के बाद उन्होंने ट्वविटर पर माफी भी मांग ली है। विजय ने कहा था कि भारत कई संस्कृतियों का देश है। दक्षिण भारत में केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक में काले लोग रह रहे हैं। इसलिए क्योंकि हम एक दूसरे की संस्कृति का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा था कि अगर हम रेस्सिट होते तो हम तमिल, केरल और कर्नाटक और आंध्र के लोगों के साथ क्यों रहते हैं, हमारे यहां भी काले लोग रहते हैं।
भाजपा नेता के इस बयान के बाद उनकी कड़ी आलोचना की जा रही है जिसके बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, अगर मेरे शब्दों से किसी को तकलीफ हुई हो तो मैं इसके लिए माफी चाहता हूं। शायद मैं जो कहना चाहता था वो सही से नहीं कह पाया।
Mywords perhaps were not enough to convey this.Feel bad,really feel sorry, my apologies to those who feel i said different than what I meant https://t.co/I7MddEJk5W
— Tarun Vijay (@Tarunvijay) April 7, 2017
अपने अगले ट्वीट में लिखा, मैं सिर्फ ये कहना चाहता था कि हमारे देश में हर रंग और धर्म के लोग रहते है लेकिन कभी भी नस्लीय टिप्पणी जैसी कोई बात नहीं हुई।
I feel the entire statement sas this- we have fought racism and we have people with different colour and culture still never had any racism.
— Tarun Vijay (@Tarunvijay) April 7, 2017
जानिए क्या है पूरा मामला?
बुलंदशहर के शेरपुर गांव में प्रापर्टी डीलर किरणपाल सिंह खारी शहर की एनएसजी सोसाइटी में अपने परिवार के साथ रहते हैं उनका 19 साल का लड़का था जिसका नाम मनीष खारी है और वो 12वीं कक्षा में पढ़ता है। शुक्रवार रात करीब 10:30 बजे घर के सामने टहल रहा था और अचानक गायब हो गया। जिसके बाद सोसाइटी में काफी हंगामा हुआ और कहा जा रहा था कि नाइजीरियन छात्रों ने लड़के को अगवा कर लिया।
अगले दिन सुबह जब मनीष अपने घर लौटा तो वो नशे में धुत था और खून की उल्टी कर रहा था। उसके परिवार वालों ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। मनीष के पिता ने इस पूरे मामले में एफआईआर दर्ज कराई है जिसमें उन्होंने बताया है कि नाइनजीरियन लड़कों ने उसके बेटे की कोल्ड ड्रिंक पिलाकर अगवा कर लिया और ड्रग्स दिया था। इस मामले के सामने आने के बाद दो दिनों के भीतर नाइजीरियन छात्रों से मारपीट के दो मामले सामने आए है।