लखनऊ। मसीही समाज ने अपने कार्यों की बदौलत समाज के उस तबके को एक मुकाम दिलाया जहां पर तक पहुंचते पहुंचते सरकारी योजनाएं और सुविधाएं दम तोड़ देती थीं। ऐसे लोगों और समाज के बीच मसीही समाज ने मिशनरी संस्थाओं के साथ मिलकर न सिर्फ उनकी मुश्किलों को समझा बल्कि एक सामाजिक पहचान भी दिलाई। यह बातें शनिवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहीं। वे मसीही समाज और प्रसपा के समागम सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मसीही समाज ने भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में सराहनीय काम किया है। खासकर आदिवासी इलाकों में जिस प्रकार मसीही समाज ने काम किया है वो अतुलनीय है। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं की पहुंच अगर इन तबकों तक है तो उसमें मसीही समाज का योगदान सबसे बड़ा है। इस मौके पर ईसाई धर्मगुरू भी मौजूद रहे।
शिवपाल ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने पूर्वाग्रहों से प्रेरित होकर अन्यायपूर्ण काम किया है। ईसाई संगठनों के खिलाफ बीजेपी सरकार ने जो काम किया है वो दमनकारी नीति है। भाजपा सरकार के संरक्षण में ईसाईयों को उनकी आस्था को लेकर उन पर निशाना साधा जा रहा है। शिवपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़, झारखंड, उड़ीसा जैसे राज्यों में कई ऐसे बच्चे थे जिन तक शिक्षा नहीं पहुंच पा रही थी। उसके अनेकों कारण थे। लेकिन, मसीही समाज की इच्छाशक्ति ने न सिर्फ उन तक शिक्षा पहुंचाई बल्कि उनके जीवन को संवारने के भी तमाम प्रयास किए।
प्रसपा मुखिया ने कहा कि यूपी में भी कुशीनगर, गोरखपुर और नेपाल से सटे कई इलाके काफी पिछड़े हैं। वहां पर भी मसीही समाज लगातार काम कर रहा है। मसीही समाज आने करूणा, दया और सेवा के भाव को भरपूर साबित कर रहा है। यह समाज अपने गुणों को लेकर जाना जाने लगा है। उन्होंने कहा कि भारत के मसीही समाज की जो सबसे बड़ी विशेषता है, वो यह है कि यह समाज अपनी विशिष्ट आस्था के बाद भी सांस्कृतिक रूप से पूरी तहर भारतीय है।
इस मौके पर कार्यक्रम की संयोजक डॉ दीप्ति भटनागर मैसी, अमेरिका से आए आचार्य विकास मैसी, उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट पंडित अश्विनी मुद्गल, प्रसपा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सुंदर लाल लोधी, भारतीय मसीही समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पास्टर देवेंद्र शर्मा, भारतीय मसीही समाज के राष्ट्रीय संयोजक थामसन थामस, भारतीय मसीही समाज के सचिव पास्टर शरद श्रीवास्तव ने भी सम्बोधित किया।