लखनऊ: यूपी की योगी सरकार छोटे व्यापारी और कामगार लोगों की मदद करने के लिए कई प्रयोग कर रही है। इसी प्रयास का नतीजा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से निकल कर सामने आया। इस योजना में छोटे व्यापार और रोजगार करने वाले लोगों को आधुनिक मार्केट की जरूरतों के बारे में प्रशिक्षण के साथ-साथ आर्थिक मदद का भी सहारा मिल रहा है।
लखनऊ के बालागंज निवासी अमित कुमार वर्मा 23 जून को मुख्यमंत्री से रूबरू हुए। मुलाकात के साथ-साथ उन्हें एक टूलकिट भी दी गई। यह विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत दिया जा रहा है, जिसमें ट्रेनिंग के बाद सभी लोगों को नई शुरुआत करने के लिए उपकरण उपलब्ध करवाया गया। अमित के सपने कैसे सरकारी प्रयास के बाद साकार होते दिखाई दे रहे हैं, इसी विषय पर Bharatkhabar.com के संवाददाता आदित्य मिश्र ने विशेष बातचीत की।
दोस्तों से मिली योजना की भनक
अमित कुमार वर्मा सन् 2005 के दौर में अच्छा बिजनेस कर रहे थे, पेशे से सुनार अमित की आलमबाग में दुकान थी लेकिन फिर व्यापार में नुकसान देखने को मिला। इसके बाद वह पुराने सिक्के और नग-नगीने को खरीदने व बेचने का काम भी करने लगे थे। अमित कहते हैं कि अब दौर धीरे-धीरे बदल रहा है। सुनार के व्यावसाय में भी अपडेट की जरूरत है और इसी अपडेट को जानने समझने के लिए उन्होंने यूपी सरकार द्वारा शुरू किए गए ट्रेनिंग प्रोग्राम को ज्वाइन किया।
स्कूटर इंडिया के पास 6 दिन का ट्रेनिंग प्रोग्राम सरकार की तरफ से चलाया गया, जिसमें अलग-अलग पेशे के लोगों को उन्हीं के जैसे साथियों के साथ प्रशिक्षण दिया जाता था। सरकार की तरफ से कुशल प्रशिक्षक बदलते बाजार की दिशा और दशा बता रहे थे। इसके साथ ही आने वाली चुनौतियों के बारे में भी अमित जैसे छोटे व्यापारियों को बताया गया। रोजगार के नए अवसर कैसे मिलेंगे, भविष्य में किन क्षेत्रों में ज्यादा उम्मीद दिखाई देती है, इन सब विषयों पर बातचीत की गई।
फायदेमंद रहा ट्रेनिंग प्रोग्राम
अमित ने Bharatkhabar.com से बात करते हुए बताया कि 6 दिनों का ट्रेनिंग प्रोग्राम काफी अच्छे तरीके से किया जा रहा था। जिसमें सुबह 10:00 बजे के करीब सभी वहां पहुंचते थे और शाम को 4-5 बजे उन्हें वहां से घर जाने की अनुमति होती थी। इस दौरान बहुत अच्छे तरीके से उनके रोजगार और पेशे के हिसाब से चीजें बताई समझाई जाती थी। इस दौरान सभी लोगों का खाने-पीने का भी ख्याल रखा गया, इसके लिए उनसे कोई पैसा नहीं लिया गया। सरकार की तरफ से यह सुविधा पूरी तरीके से निशुल्क मिल रही थी। कारीगरी के नये आयामों को बताने के लिए आसान तरीकों का इस्तेमाल किया गया।
मुख्यमंत्री से मिली टूल किट
किसी भी रोजगार को करने के लिए जरूरी है कि सही औजार हमारे पास हो। औजार भी समय-समय के बाद अपडेट होता रहता है। आज की जरूरत के हिसाब से इसी अपडेटेड टूलकिट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा अमित जैसे छोटे व्यापारियों को उपलब्ध करवाया गया। टूल किट के साथ-साथ मुख्यमंत्री की तरफ से सभी को पूरी मदद की उम्मीद भी जताई गई, इतना ही नहीं इन सभी लोगों को प्रोत्साहित करके सीएम ने हौसला बढ़ाया।
आर्थिक मदद की दरकार
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के फायदों पर बात करते हुए अमित ने बताया कि यह एक अच्छी पहल है। छोटे व्यवसाय करने वाले लोगों को काफी मदद मिलेगी, लॉकडाउन ने जिस तरह से छोटे व्यापारियों के रोजगार को पूरी तरह से ठप कर दिया था। उसके बाद सरकार की तरफ से किया गया यह प्रयास काफी सराहनीय है। हालांकि अमित ने यह भी कहा कि कई ऐसे व्यापारी हैं, जिन्हें अभी आर्थिक सहयोग की भी आवश्यकता है।
टूलकिट मिलने के बाद उनके पास औजार उपलब्ध हो गया है, लेकिन आर्थिक सहायता की भी आवश्यकता नजर आ रही है। हालांकि उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने यह पहल की है तो आने वाले समय में उन जैसे व्यापारियों को और मदद भी मिलने की उम्मीद है। सरकार के इस प्रयास की तारीफ करते हुए उन्होंने अपने हुनर को और तराशने के साथ-साथ व्यापार को नई उम्मीदों के साथ उड़ान देने की बात कही।
सरकार की इस मदद पर अमित कहते हैं कि यह डूबते के लिए तिनके के सहारे जैसा है। हम लोगों का व्यापार और उम्मीद दोनों टूटने लगी थी, लेकिन अब लग रहा है कि फिर शुरुआत होगी। भविष्य में भी सरकार से उम्मीद है कि वह इसी तरह से छोटे व्यापारियों के लिए और मदद के रास्ते खोलते रहेगी। यह ट्रेनिंग लेने के बाद अमित कुमार वर्मा सोशल मीडिया पर अन्य लोगों से भी जुड़ रहे हैं। इससे एक दूसरे की मदद और सहयोग का भाव बढ़ रहा है।