बिहार में जाति जनगणना का मुद्दा एक बार फिर से गर्मा रहा है। RJD के बाद अब सीएम नीतीश की पार्टी JDU ने भी बीजेपी पर इसका दबाव बनाया है। दरअसल सीएम नीतीश ने अपना रुख साफ करते हुए ट्वीट कर कहा कि देश में निश्चित रूप से जाति जनगणना होनी चाहिए।
OBC की भी अलग से गिनती हो- सीएम नीतीश
सीएम नीतीश ने ट्वीट कर लिखा कि हम लोगों का मानना है कि जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। इसमें SC/ST जातियों के साथ-साथ OBC की भी अलग से गिनती हो। इसका प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेजा था। केंद्र को इस मुद्दे पर फिर से विचार करना चाहिए।
हम लोगों का मानना है कि जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। बिहार विधान मंडल ने दिनांक-18.02.19 एवं पुनः बिहार विधान सभा ने दिनांक-27.02.20 को सर्वसम्मति से इस आशय का प्रस्ताव पारित किया था तथा इसेे केन्द्र सरकार को भेजा गया था। केन्द्र सरकार को इस मुद्दे पर पुनर्विचार करना चाहिए।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) July 24, 2021
तेजस्वी यादव ने नीतीश पर साधा निशाना
उधर नीतीश के इस ट्वीट पर RJD नेता तेजस्वी यादव ने भी जदयू सरकार को निशाने पर लिया। तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा कि जदयू तो मोदी कैबिनेट का हिस्सा है। ऐसे में मुख्यमंत्री किससे अपील कर रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा था कि जाति जनगणना के लिए हमारे दल ने लंबी लड़ाई लड़ी है, और लड़ते रहेंगे। दरअसल जाति जनगणना में SC/ST की गिनती होती है, लेकिन इसमें OBC समुदाय को शामिल करने की मांग कुछ समय से तेज हुई है। जिसे लेकर राजनीति भी काफी हो रही है।
माननीय मुख्यमंत्री जी, केंद्र सरकार अगर जातीय जनगणना पर पुनर्विचार नहीं करेगी तो आप क्या करेंगे? हमारी माँग पर बिहार विधानसभा में सर्वसम्मति से जातिगत जनगणना का प्रस्ताव पारित किया गया था।
केंद्र सरकार में आपकी हिस्सेदारी है। आपके कैबिनेट मंत्री है फिर भी अनुनय विनय कर रहे है? https://t.co/Uvzb8CcnyG
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 24, 2021
वहीं सीएम नीतीश के खुलकर जाति जनगणना के समर्थन में आने से अब बीजेपी पर दबाव बढ़ गया है। हालांकि पार्टी का मानना है कि नीतीश कुमार शुरू से इसके हिमायती रहे हैं।