तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में ‘भारत बंद’ का आंशिक असर– नोटबंदी के विरोध में वामपंथी पार्टियों की ओर से आहूत देश्व्यापी बंद का तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में आंशिक असर ही दिखाई दे रहा है। दोनों तेलुगू भाषी राज्यों में कुछ क्षेत्रों पर दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं, अन्य स्थानों पर इसका बहुत अधिक प्रभाव नहीं देखा जा रहा है। दोनों राज्यों में सरकारी सड़क परिवहन निगम (आरटीसी) की सेवाएं सामान्य रूप से संचालित हैं।
विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ता सुबह से ही कई स्थानों पर आरटीसी डिपो पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, इससे बस सेवाएं प्रभावित नहीं हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आरटीसी डिपो पर धरना दिया। कर्मचारी संघों ने हालांकि खुद को इस बंद से अलग रखा है। मुख्य विपक्षी पार्टियों वाईएसआर कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने ‘भारत बंद’ का आह्वान नहीं किया है, बल्कि नोटबंदी के कारण लोगों को पेश आ रही परेशानियों के खिलाफ प्रदर्शनों में हिस्सा ले रहे हैं।
वामपंथी पार्टियों ने भी बैंकों को इस हड़ताल से दूर रखा है।आंध्र प्रदेश के कडपा में आरटीसी बस डिपो पर धरना दे रहे कांग्रेस और माकपा के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया, जब वे बसों को चलने से रोकने का प्रयास कर रहे थे।