बाराबंकी: उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए इस समय सबसे ज्यादा जरूरत ऑक्सीजन की है, लेकिन उसकी आपूर्ति में दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं।
अभी तक बाराबंकी के जिस ऑक्सीजन प्लांट से लखनऊ सहित कई जिलों में ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही थी, वह बंद हो गया है। इसका कारण है प्लांट में लिक्विड ऑक्सीजन न पहुंच पाना।
3-4 दिनों में मिल रहा लिक्विड
जिले के असेनी मोड पर स्थित शारंग ऑक्सीजन प्लांट को हर दिन कम से कम 10 टन लिक्विड की आवश्यकता होती है, लेकिन नियमित तौर पर लिक्विड गैस न मिलकर 3-4 दिनों में मिल रही है, जिस कारण प्लांट बंद हो गया है। प्लांट के बंद होने से मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है।
शारंग प्लांट से बाराबंकी के अलावा राजधानी लखनऊ, बहराइच, गोंडा, सीतापुर, बलरामपुर और बस्ती सहित दूसरे आसपास के कई जिलों में ऑक्सीजन सप्लाई होती है। ऐसे में प्लांट बंद होने से कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन की किल्लत से जान की आफत आ गई है।
लिक्विड आने पर ही शुरू होगी मैन्युफैक्चरिंग
शारंग प्लांट के मैनेजर जेपी तिवारी ने प्लांट में लिक्विड ऑक्सीजन खत्म होने की बात बताई। उन्होंने कहा कि, प्लांट में तब तक दोबारा ऑक्सीजन की मैन्युफैक्चरिंग शुरू नहीं होगी, जब तक लिक्विड का टैंकर नहीं आएगा। उन्होंने बताया कि, एक टैंकर उनका बनारस में है, जब वह यहां पहुंचेगा तो रिफलिंग करने के बाद प्लांट दोबारा शुरू होगा।