नई दिल्ली। भारत और बांग्लादेश टी-20 विश्व कप के सुपर-10 राउंड के ग्रुप-बी के एक अहम मुकाबले में आमने-सामने थे। बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी फैसला का किया। रोहित और धवन बल्लेबाजी करने मैदान पर आए। भारत का पहला विकेट रोहित के तौर पर गिरा। रोहित को मुस्तफिजुर ने अपना शिकार बनाया और 18 रन पर मिड विकेट पर कैच आउट करवा दिया। अच्छी बल्लेबाजी कर रहे शिखर धवन को शाकिब अल हसन ने 23 रन पर एलबीडब्ल्यू आउट किया। कोहली ने 24 गेंदों में 24 रन बनाए। उन्हें सुआगाथा ने क्लीन बोल्ड कर दिया। रैना को अल अमीन हौसेन ने 30 रन पर शब्बीर रहमान के हाथों कैच आउट करवाया।
पांड्या को अल अमीन ने ही 15 पर सौम्या सरकार के हाथों कैच आउट करवाया। इसके बाद युवराज सिंह भी ज्यादा देर टिकने में असफल रहे और उनको महमुदुल्लाह ने अल-अमीन के हाथों कैच कराया। सातवें विकेट के रूप में रवींद्र जडेजा 12 रन पर सस्ते में मुस्तफिजुर की गेंद पर बोल्ड हो गए। अंत में धौनी नाबाद 13 और अश्विन नाबाद 5 के साथ पिच पर टिके रहे और भारत ने 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए। बांग्लादेश को जीत के लिए अब 147 रन की दरकार थी। लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम ने अपना पहला विकेट मोहम्मद मिथुन के रूप में गंवाया जिनको अश्विन ने पांड्या के हाथों कैच कराया। बांग्लादेश को दूसरा झटका जडेजा ने दिया।
इस बार तमीम इकबाल 35 पर स्टंप हुए। जबकि कुछ ही देर बाद रैना की गेंद पर धौनी ने एक बार और शानदार स्टंपिंग को अंजाम दिया और इस बार शिकार बने सब्बीर रहमान जोकि 26 रन आउट होकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद चौथा झटका रवींद्र जडेजा ने बांग्लादेश के कप्तान मशरफे मुर्तजा छह रन पर को बोल्ड करके दिया। अंतिम गेंद पर बांग्लादेश को जीत के लिए 2 रनों की जरूरत थी लेकिन शुवागाता गेंद से संपर्क नहीं बना सके और गेंद सीधे धौनी के हाथों में गई। दोनों बल्लेबाज रन के लिए दौड़ पड़े थे, उधर धोनी विकेटों के पीछे दौड़कर रन आउट करने आ रहे थे। बल्लेबाज के क्रीज पर पहुंचने से पहले माही विकेट गिरा चुके थे। उनका यह शानदार रन आउट निर्णायक साबित हुआ और भारत ने 1 रन से मैच जीत लिया।