लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवाहन पर पूरे उत्तर प्रदेश में आज सपा का 16 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन हुआ। इस प्रदर्शन के दौरान कई जगह लाठी चार्ज हुआ, कई जगहों पर सपा कार्यकर्ताओं एवं पुलिस के जवानों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।
सदर तहसील पर मुस्तैद था पुलिस का पहरा
वहीं, लखनऊ में इस प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए सदर तहसील पर सुबह से ही पुलिस के जवान तैनात थे। पुलिस ने तहसील पहुंचने के सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग लगा कर रखी थी। इस दौरान यातायात भी डाइवर्ट था। तहसील पहुंचे कुछ अधिवक्ताओं की भी इस बाबत पुलिस से तीखी नोक-झोंक हुई। हालांकि, समय-समय पुलिस के उच्च अधिकारी पैट्रोलिंग करते भी नज़र आए।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हुई धक्का-मुक्की
सपा कार्यकर्ताओं के हुजूम को तहसील की तरफ आता देख पुलिस के जवान बैरिकेडिंग पर पहुंचे और उन्हें रोकने का प्रयास करने लगे। इस दौरान गुस्साए कार्यकर्ताओं ने बैरिगेडिंग तोड़ने का प्रयास किया और पुलिस से धक्का-मुक्की भी की। परिस्थितियों को संभालने के लिए पुलिस ने कार्यक्रतों पर लाठी भी चलाई।
प्रदर्शन के दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने हाथों में रसोई गैस लेकर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान ‘जब-जब योगी डरता है, पुलिस को आगे करता है’, ‘योगी इस्तीफ़ा दो’ आदि जैसे नारे भी लगाए गए। सपाइयों का कहना था कि जिस सरकार में बहन-बेटी सुरक्षित नहीं है, जिस सरकार में महंगाई चरम पर है, जिनके राज में रसोई गैस के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है, वो आम आदमी की सरकार नहीं है।
प्रदर्शन के दौरान सपाइयों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की भी मांग की है और कहा है कि अगर उनमे नैतिकता बची हो तो कुर्सी से उतर जाएं। प्रदर्शन के दौरान उग्र हुए कार्यकर्ताओं ने पुतला भी फूंका।
16 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रदेश के समस्त तहसीलों पर सपा का प्रदर्शन हुआ। बढ़ती महंगाई, बेरोज़गारी, कानून व्यवस्था, किसानों का बकाया भुक्तान, महिला अपराध आदि जैसी मुख्य मांगों को लेकर सपा कार्यकर्त्ता सड़कों पर उतरे।
ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों में धांधली और मनमानी का आरोप लगाने वाली सपा, कई दिनों से इस प्रदर्शन की तैयारी कर रही थी।
सबका हिसाब होगा: अखिलेश यादव
दरअसल, हाल ही में हुए ब्लॉक प्रमुख चुनाव और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों में हुई हिंसा को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में योगी सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि भाजपा के लोगों ने इन चुनावों में अपने गुंडों को खुली छूट दे दी थी। उन्होंने कहा, चुनाव के दिन अधिकारियों के फ़ोन आउट ऑफ़ कवरेज बता रहा थे, इसका मतलब है कि भाजपा की गुंडागर्दी में प्रशासन के अधिकारी भी शामिल थी। उन्होंने कहा था कि सबका हिसाब होगा।