लखनऊः सपा अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने जनता को गुमराह करने की अपनी कला का अच्छा प्रदर्शन किया है। यादव ने कहा कि भाजपा का यही चरित्र और आचरण है कि उसे करना कुछ नहीं है लेकिन श्रेय जो नहीं किया है उसका भी जरूर लेना है। विकास के नाम पर झूठे आंकड़े पेश करने में इन लोगों को महारत हासिल है।
बगैर कुछ किए कर रहे प्रशंसा
उन्होंने कहा कि यह कैसी विडंबना है कि बगैर कुछ किए मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री की प्रशंसा की जाती है और प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री को बधाई दे रहे हैं। जनता हैरान है कि उनके हित में कुछ नहीं किया तब भी ये लोग एक दूसरे की तारीफ कर रहे हैं।
यह सब भाजपा शासन की ही देन है
साथ ही उन्होंने कहा कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे जैसी शानदार 302 किलोमीटर की सड़क बनी जिस पर वायु सेना के विमान भी उतरे हैं। गोमती रिवरफ्रंट, जनेश्वर मिश्र पार्क बने। बेहतर होता लखनऊ में मेट्रो की चर्चा के साथ यह भी बता देते कि इसकी शुरूआत किसने की। यादव ने कहा कि भाजपा शासन में स्वास्थ्य-शिक्षा, कानून-व्यवस्था के साथ-साथ हर क्षेत्र में हालत बदतर हुई है, किसान आत्महत्या कर रहे हैं। यह सब भाजपा शासन की ही देन है।
जुबानी जमा खर्च से विकास नहीं होता
अखिलेश ने कहा कि जनता यह जान चुकी है कि जुबानी जमा खर्च से विकास नहीं होता है। करीब 22 साल सत्ता में रहने के बावजूद गुजरात में न तो एक्सप्रेस-वे जैसी एक सड़क बना पाए, न समाजवादी सरकार की तरह 18 लाख लैपटॉप बांट पाए और न ही किसानों को फसल बीमा की सुविधा दे सके।
नोटबंदी-जीएसटी ने व्यापार को किया चौपट
सपा अध्यक्ष ने कहा कि किसानों, गरीबों, महिलाओं, और युवाओं की बात करने वाले मोदी को अपने कार्यकाल का रिकार्ड भी देख लेना चाहिए। देश में सारी सम्पत्ति दस प्रतिशत घरों में कैद है। नौजवानों को 2 करोड़ रोजगार देने का वादा था उल्टे उनसे नौकरियां छिन गई। नोटबंदी-जीएसटी ने व्यापार चौपट कर दिया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या यही उनका विकास है?