लखनऊ: ग्रैपलिंग कमेटी ऑफ उत्तर प्रदेश की वार्षिक बैठक लखनऊ में 9 जुलाई को संपन्न हुई। इस दौरान गोमतीनगर स्थित पीएचडी चैंबर हॉल में संगठन से जुड़े सभी पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आने वाले दिनों में ग्रैपलिंग से जुड़ी योजनाओं पर विचार विमर्श करना था।
राज्य स्तरीय ट्रायल पर हुई चर्चा
आने वाले दिनों में ग्रैपलिंग कमेटी ऑफ उत्तर प्रदेश राज्य स्तरीय ट्रायल आयोजित करेगी, जिसमें चयनित खिलाड़ियों को नेशनल के लिए भेजा जाएगा। इसी सिलसिले में शुक्रवार को लखनऊ में बैठक आयोजित की गई। इस दौरान 40 जिलों के पदाधिकारी इस बैठक में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर भाषा आयोग उत्तर प्रदेश सरकार के सदस्य मोहम्मद दानिश आजाद और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन लखनऊ के उपाध्यक्ष आदेश कुमार यादव भी उपस्थित रहे। मुख्य प्रवक्ता के तौर पर ग्रैपलिंग कमेटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन दिनेश कपूर, उत्तर प्रदेश के महासचिव मनोज कुमार यादव मौजूद रहे।
ग्रामीण और गरीब बच्चों को मिलेगी विशेष मदद
ग्रैपलिंग सिर्फ शहर तक ही सीमित नहीं है, इसका दायरा ग्रामीण क्षेत्रों में भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है। लेकिन वहां आर्थिक रूप से कमजोर और संसाधन विहीन खिलाड़ियों को भी मदद दिलाने के लिए कमेटी ने बैठक में चर्चा की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य खेल को ग्रामीण क्षेत्रों से भी जोड़ने की कोशिश करना है।
गोमती नगर में आयोजित यह बैठक ग्रैपलिंग कमेटी ऑफ लखनऊ के महासचिव आकाश मौर्य और अध्यक्ष प्रताप सिंह यादव की अगुवाई में हुई। इस दौरान उपाध्यक्ष आलोक सिंह, कोषाध्यक्ष प्रदीप कुमार साहू, संयुक्त सचिव विशाल अस्थाना, सदस्य विशाल रावत और अभिषेक रावत भी उपस्थित रहे।