नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजार ने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ती है तो वह इस उम्र में भी सीमा पर जाकर लड़ना पसंद करते हैं, अन्ना ने कहा कि जिस प्रकार से पाकिस्तान दुश्मनी पर उतर आया है ऐसे में उसे उसी के हिसाब से मुहतोड़ जबाब देना जरुरी हो गया है। साथ ही उन्होने कहा कि मैं पाकिस्तान के इस तरह के रवैए से आहत हुआ हूं और उसे उसके किए की सजा मिलनी ही चाहिए।
आपको बता दें कि अन्ना हजारे युवावस्था में सेना में काम कर चुके हैं। पाकिस्तान के साथ 1965 में हुए युद्ध में वह खेमकरण सीमा पर ड्राइवर के रूप में तैनात थे। पाकिस्तानी हमले में उनके साथ के सभी लोग मारे गए थे।
एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में अन्ना ने कहा कि ‘पाकिस्तान का दिया यह दाग मैं आज भी माथे पर लिए घूम रहा हूं’। आपको बता दें कि पाकिस्तान के खिलाफ सेना की तरफ से लड़ाई में अन्ना के माथे पर चोट आई थी। अन्ना ने कहा कि वैसे तो युद्ध से किसी का भला नहीं हुआ है, इसमें हर प्रकार से हानि ही होती है, पर हालिया दिनों में पाकिस्तान ने जिस प्रकार से हमारे जवानों को मारा है, ऐसे में उसे सबक सिखाना ही होगा, और अगर पाकिस्तान से युद्ध की नौबत आती है तो वे इस उम्र में भी सीमा पर जाने को तैयार हैं।