भारत और चीन के बीच लद्दाख क्षेत्र में हिंसक झड़प हुई है, जिसके परिणामस्वरूप 20 भारतीय सेना के जवान शहीद हुए हैं। इस बीच चीन के एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में भारत को करोड़ों की मदद दी है।चीन की राजधानी बीजिंग में स्थित बैंक ने भारत को गरीब और कमजोर घरों के लाखों लोगों पर कोरोना महामारी के प्रतिकूल प्रभावों के लिए से मजबूत करने के लिए सरकार की सहायता के लिए 750 मिलियन डॉलर के ऋण को मंजूरी दी है।
इसके साथ ही कहा है कि, भारत के लिए हमारा समर्थन भारत की अर्थव्यवस्था सहित मानव पूंजी सहित उत्पादक क्षमता को दीर्घकालिक नुकसान को रोकने के लिए आर्थिक लचीलापन सुनिश्चित करना है।AIIB बैंक की तरफ से भारत को लोन कोरोना वायरस से जंग लड़ने के लिए दिया जा रहा है। इस लोन का लक्ष्य कमजोर तबके को सहायता देना है। साथ ही इससे कारोबारियों को आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी। इस लोन का मकसद सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क को मजबूती देना और हेल्थकेयर में सुधार करना भी है।
एआईआईबी ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों में गड़बड़ी से गरीब परिवारों पर असर पड़ने का खतरा है, खासकर महिलाओं को, जिनमें से कई अनौपचारिक क्षेत्र में कार्यरत हैं।महामारी के खिलाफ लड़ाई में दुनिया के अन्य हिस्सों की सहायता के बीच, संयुक्त राज्य अमेरिका की एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट ने 100 से अधिक वेंटिलेटर सौंपे हैं।
बता दें कि इस बैंक ने कोरोना से निपटने के लिए भारत को मई महीने में भी 50 करोड़ डॉलर का लोन मंजूर किया था। यह लोन 10 अरब डॉलर के उस लोन का हिस्सा हैं, जिसकी घोषणा बैंक ने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए की है।
https://www.bharatkhabar.com/20-casualties-confirmed-indian-army-soldiers/
इस खबर के बाह आने से कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं।