फतेहपुर: जिले के एम्बुलेंस कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर सोमवार को चक्का जाम करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान स्पोर्ट स्टेडियम सभी एम्बुलेंस को खड़ी कर सभा का आयोजन किया गया। जिसमें जिलाध्यक्ष अवनीश पाण्डेय और महामंत्री-कोषाध्यक्ष मनोज कुमार यादव ने प्रदर्शनरत कर्मचारियों को संबोधित किया। इसके साथ ही मांगे पूरी न होने पर कर्मचारियों ने बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी।
जिले में कुल 71 एम्बुलेंस अलग-अलग मार्गों पर दौड़ती हैं। लेकिन जीवनदायिनी स्वास्थ्य 102, 108 एम्बुलेंस कर्मचारी संघ ने अपनी मांगें पूरी न होने पर प्रदर्शन का ऐलान कर दिया। जिससे 66 एम्बुलेंस के पहिए जाम हो गए। हालांकि आपातकालीन सेवाओं को देखते हुए पांच एंबुलेंस चलती रहीं। जिससे गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाया जा सके।
जिलाध्यक्ष अवनीश पाण्डेय ने अपने संबोधन में कहा, कोरोना काल में मृत्यु का शिकार हुए कर्मचारियों के परिजनों को 50 लाख की सहायता जारी हो, कंपनी बदलने पर कर्मचारियों को न बदला जाए। कर्मचारियों को ठेकेदारी प्रथा से मुक्त करते हुए उनके अधिकारों को सुरक्षित किया जाए।
इसके साथ ही कंपनी बदलने पर वेतन कटौती न कि जाए। इसके साथ ही कर्मचारियों को मंहगाई भत्ता और चार घंटे का (ओवर टाइम) दिया जाए।मनोज कुमार यादव ने अपने संबोधन में कहा, हम सब प्रशिक्षित कर्मचारी है। ऐसे में हम लोगों से प्रशिक्षिण के नाम पर शुल्क न लिया जाए।
एम्बुलेंस कर्मियों ने नारेबाजी करते हुए सरकार से जल्द से जल्द मांगें पूरी करने के निर्देश दिए। प्रदर्शन के दौरान वीर पाल, कपूर सिंह, पंकज कुमार, सचिन कुमार, सुशील कुमार, अशोक कुमार, यशपाल सहित तमाम कर्मचारी मौजूद रहे।
जिला अस्पताल में दिखा असर
एम्बुलेंस स्ट्राइक होने से इसका असर जिला अस्पताल में देखने को मिला। जहां सामान्य दिनों में एम्बुलेंस से लगातार मरीजों का आना-जाना बना रहता था तो वहीं सोमवार को जिला अस्पताल के बाहर सन्नाटा था। साथ ही ट्रांमा सेंटर में भी मरीजों की संख्या कम ही रही। ऐसे में एम्बुलेंस कर्मियों की हड़ताल का असर साफ देखा जा सकता था।