कोरोना संकट के बीच लगातार अमरनाथ यात्रा के शुरू होने को लेकर सस्पेंस बना हुआ था। इस बीच बाबा बर्फानी के दर्शन करने वाले भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आयी है।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रा शुरू करने को लेकर निर्णय ले लिया है। इस बार वार्षिक अमरनाथ यात्रा 21 जुलाई से आरंभ होकर 3 अगस्त रक्षाबंधन के दिन संपन्न हो गई। यानी यात्रा की अविध केवल 14 दिन रहेगी।
ही नहीं बोर्ड ने यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की आयु सीमा भी निर्धारित कर दी है। साधुओं को छोड़कर यात्रा पर जाने वाले अन्य श्रद्धालु की उम्र 55 वर्ष से कम होनी चाहिए। यात्रा करने वाले सभी लोगों के पास करोना वायरस टेस्ट प्रमाणपत्र होना भी अनिवार्य होगा।यह जानकारी श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के एक अधिकारी ने दी है।
उन्होंने बताया कि यात्रियों के पास कोरोना टेस्ट प्रमाणपत्र होना अनिवार्य होगा। यह प्रमाण पत्र जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने पर चैक किए जाएंगे परंतु यात्रा शुरू करने की अनुमति देने से पहले वायरस के लिए क्रॉस-चेक भी किया जाएगा। इसके अलावा साधुओं को छोड़कर सभी तीर्थयात्रियों को यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा।
14 दिन की यात्रा अवधि के दौरान बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा में सुबह और शाम को होने वाली “विशेष आरती” देश भर में लाइव टेलीकास्ट की जाएगी। स्थानीय मजदूरों की कमी होने की वजह से बेस कैंप से गुफा मंदिर तक ट्रैक बनाए रखने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
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बोर्ड का पूरा प्रयास है कि 21 जुलाई से पहले-पहले बालटाल मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए तैयार कर दिया जाए परंतु यदि ऐसा नहीं हो पाता है तो भी जिला गांदरबल में बालटाल बेस कैंप से हेलीकॉप्टर का उपयोग करके श्रद्धालुओं को यात्रा करवाने की व्यवस्था की जाएगी।
बाबा बर्फानी के दबरबार खुलने की खबर जैसे लोगों तक पहुंची लोगों के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी। सरकार की तरफ से अमरनाथ यात्रा को सुंगम बनाने के लिए सभी तरह के प्रयास किए जा रहे हैं।