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भारत में बन रही कोरोना वैक्सीन, जानिए कब और कैसे करेगी काम?

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पूरी दुनिया को थाम कर रख देने वाले कोरोना वायरस को खत्म करने की फिलहाल अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है। लेकिन इस बीच भारतीयों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आयी है। आपको जानकर हैरानी होगी, कि भारत में कोरोना की वैक्सीन बनना शुरू हो गई है।वैक्सीन को लेकर हो रहे ट्रायल के बीच भारत में इसके उत्पादन को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया एसआईआई की लैब में कोरोना वायरस वैक्सीन का उत्पादन करने और आपूर्ति करने की तैयारी हो रही है।

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ब्रिटिश-स्वीडिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने घोषणा की है कि उसने वैक्सीन AZD1222 की सप्लाई के लिए भारत से हाथ मिलाया है और एसआईआई के साथ लाइसेंस करार करने वाली है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कोरोना की अपनी संभावित वैक्सीन की सप्लाई का जिम्मा एस्ट्राजेनेका कंपनी को ही दे रखा है। कंपनी ने बताया है कि ब्रिटेन, स्विट्जरलैंड, नॉर्वे के साथ-साथ भारत में भी वैक्सीन का निर्माण किया जा रहा है।

एस्ट्राजेनेका और एसआईआई मिलकर एक अरब यानी 100 करोड़ की तादाद में वैक्सीन बनाने की तैयारी में है। इनमें से 40 करोड़ वैक्सीन को इसी साल के अंत तक आपूर्ति करने का लक्ष्य रखा गया है। पुणे में बनने वाली कोरोना वायरस वैक्सीन की भारत समेत कम आय वाले देशों को आपूर्ति की जाएगी।

कोरोना वैक्सीन बनाने की रेस में दुनिया में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी सबसे आगे हैं। यहां वैक्सीन का ट्रायल दूसरे चरण में पहुंच गया है। हाल ही में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल की घोषणा की है जिसमें 10,000 वयस्कों को शामिल किया जाएगा।
एसआईआई की लैब में फिलहाल 165 देशों के लिए 20 तरह की वैक्सीन बनती हैं और हर साल करोड़ों की तादाद में यहां से वैक्सीन की सप्लाई होती है। लेकिन इस बार इस कंपनी को जो जिम्मेदारी मिली है उसे लेकर सीईओ आदर पूनावाला बेहद उत्साहित हैं।

ब्रिटिश कंपनी एस्‍ट्राजेनेका का कहना है कि सितंबर तक दुनियाभर की फैक्ट्री में वैक्सीन की लाखों डोज तैयार हो जाएंगी। वहीं, 2021 के मध्य तक 2 अरब डोज तैयार होंगी।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी अगस्त तक वैक्सीन का फाइनल रिजल्ट जारी कर सकती है। शुरुआत में AZD1222 वैक्सीन का परीक्षण 18 से 55 साल के 160 स्वस्थ लोगों पर किया गया था। इसके बाद दूसरे और तीसरे चरण का ट्रायल शुरू किया गया।

https://www.bharatkhabar.com/corona-figures-are-now-frightening-in-the-country/
अगर ये ट्रायल काम कर जाता है तो पूरी दुनिया को इस महामारी से राहत मिल जाएगी। इस बुरे दौरान वैक्सीन का बनना एक राहत भरी खबर हैं।

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