लखनऊ। सपा सरकार भले ही बार बार इस बात को छिपाने का प्रयास करे कि पार्टी में अखिलेश और शिवपाल के बीच सबकुछ सही है पर सच सामने आ ही जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ आज, जब डॉ राम मनोहर लोहिया के पुण्य तिथि पर आयोजित कार्यक्रम में चाचा और भतीजे दोनो एक साथ मौजूद थे पर दोनो को एक दूसरे से अलग थलग ही देखा गया। ाम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के मौके पर नेताजी मुलायम सिंह यादव के परिवार की कलह एक बार फिर जगजाहिर हो गई। सभा में ना तो दोनो एक दूसरे से मिले और ना ही उनसे बात की और चले गए।
गौरतलब है कि पिछले एक महीने से सपा सरकार में सबकुछ सही नहीं चल रहा है। सपा सरकार में चाचा शिवपाल और सीएम अखिलेश के बीच मनमुटाव कई बार देखा जा चुका है, हालांकि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने इस बात को खारिज किया था कि दोनो में कोई समस्या नहीं है पर आज लोहिया जी की पुण्यतिथि पर एकबार फिर से दोनो के मनभेद को देखा गया। सभा के दौरान देखा गया कि सीएम अखिलेश करीब 10 बजे कार्यक्रम में पहुंचे और लोहिया जी के मूर्ति पर माल्यार्पण किया और चले गए, पर गौर करने वाली बात यह रही कि उसी दौरान चाचा शिवपाल भी आए पर वे मंच के बजाय सीधे वीआईपी रुम में चले गए और अखिलेश से मुलाकात भी नहीं की।
कार्यक्रम मंे गौर करने वाली बात यह भी रही कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से पहले अखिलेश सभा में पहुंचे और माल्यार्पण करके निकल गए। बाद में अपने भाषण के दौरान सपा प्रमुख ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं को अपनी जिम्मेदारी समझानी होगी और उन्हे सिर्फ सरकार और चुनाव तक ही नही रहना चाहिए।