गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए सोमवार को यहां कहा कि केन्द्र सरकार आंगनबाड़ी और आशा बहुओं की मदद नहीं करना चाहती है। केन्द्र को उत्तर प्रदेश की आबादी के हिसाब से प्रदेश को मदद करनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को सैदपुर स्थित करमपुर के मेघबरन सिंह स्टेडियम में बने ग्रामीण हाकी स्ट्रोटर्फ स्टेडियम के उद्घाटन के बाद कही। उन्होंने मेघबरन सिंह स्टेडियम के एस्ट्रोटर्फ सहित कई परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया।
अखिलेश ने कहा, प्रधानमंत्री से हमारा सवाल है कि क्या केन्द्र सरकार ने अच्छे दिनों का वादा पूरा कर दिया? केंद्र ने सड़कों के लिए कितना पैसा दिया है। हम समाजवादी मंडी से निकले लोग हैं, सड़क किनारे मंडी बनाएंगे। सड़कों के किनारे दूध, सब्जी और गल्ला मंडी बनाएंगे। पुलिस भर्ती में गाजीपुर के नौजवान सबसे ज्यादा आते हैं।
उन्होंने कहा, मैं जनता का जीवनभर आभार प्रकट करूंगा। गाजीपुर समाजवादियों की धरती है। हमने कई परियोजनाओं का शुभारंभ किया है। देश की सबसे बड़ी सड़क समाजवादियों ने 22 महीने में तैयार की है। अच्छी सड़क से रफ्तार बढ़ती है तो विकास होता है। गाजीपुर में सड़क के लिए रजिस्ट्री हो चुकी है। हम खुशहाली की सड़क को गाजीपुर तक लाना चाहते हैं।
करमपुर में सोमवार को अपने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अपने भाषण द्वारा मतदाताओं को जमकर लुभाया। उन्होंने जहां अपनी सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई, वहीं वह कई वादे भी किए।उन्होंने कहा कि रोजगार का मानदेय तीन से छह हजार रुपये बढ़ा दिए गए हैं। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों तथा आशा बहुओं का मानदेय भी बढ़ेगा। अगर किसी दूसरे राज्य में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को राज्य कर्मी का दर्जा मिला होगा तो वह भी अपनी अगली सरकार में उन्हें यह हक देंगे।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह देश के विकास की बात करते हैं, जबकि उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा प्रदेश है। उनसे पूछना चाहता हूं कि उनकी ओर से उत्तर प्रदेश का क्या विकास हो रहा है। दोबारा सरकार बनाने का मौका मिला तो उत्तर प्रदेश निश्चित रूप से उत्तम प्रदेश बनेगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अपने हाथों लैपटॉप, साइकिल, ई-रिक्शा, समाजवादी पेंशन, कन्या विद्याधन योजना के कई पात्रों को लाभान्वित किया। साथ ही कश्मीर के उरी सेक्टर में आतंकी हमले में शहीद हरेंद्र की पत्नी समेत चार शहीदों के आश्रितों को सरकार की ओर से 20 लाख रुपये की सहायता राशि का चेक दिया।