मुजफ्फरनगर। बीते शनिवार को यूपी में मुजफ्फरनगर के खतौली में हुए रेल हादसे के बाद रेलवे प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। इस सब के बीच रविवार को रेलवे की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें रेलवे की तरफ से इस हादसे पर खुलकर बात की गई। रेलवे बोर्ड के सदस्य मोहम्मद जमशेद ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि इस हादसे में 20 लोगों की मौत हो गई है जबकि 92 लोग घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया है कि इस हादसे में उत्कल एक्सप्रेस के 13 डिब्बे पटरी से उतरे हैं जिस कारण रेलवे ट्रैफिक पर भी खासा प्रभाव पड़ा है। उन्होंने बताया कि ट्रैफिर बहाल होने के बाद रात 10 बजे तक ट्रैफिक साफ हो जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रेलवे का कहना है कि इस मामले में केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने जांच के आदेश दे दिए हैं और इस मामले में कोई भी दोषी पाया गया तो उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मोहम्मद जमशेद ने बताया है कि घटना के बाद राहत बचान में स्थानीय लोगों ने भी काफी मदद की है।
उन्होंने बताया है कि केंद्रीय मंत्री से आदेश मिलने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कमिश्नर रेलवे सेफ्टी द्वारा की जाएगी और शाम तक हादसे की रिपोर्ट भी आ जाएगी। कहा जा रहा है कि ट्रेन 100 किमी से ज्यादा की रफ्तार से दौड़ रही थी, कारणवश ट्रैक पर से ट्रेन उतर गई। लेकिन अब देखने वाली बात यह एक हादसा है या फिर किसी की साजिश, ऐसा इसलिए है क्योंकि जांच के दौरान लापरवाही की बात भी सामने आई है। हादसा होने के बाद जब इसकी जांच की गई तो पता चला, घटनास्थल के पास पटरियां कटी तथा वहां हथौड़े व अन्य औजार रखे हुए हैं। लेकिन इस बीच यह बात सामने आई कि खतौली में ट्रैक मरम्मत का काम चल रहा है। अब सवाल उठला लाजमी है कि जब ट्रैक पर मरम्मत का काम चल रहा था तो ट्रेन को इस ट्रैक पर क्यों आने दिया ?