मेरठ: यूपी जिले मेरठ में मौत का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। यहा एक मृत व्यक्ति के जीवित होने से हड़कंप मच गया। अस्पताल प्रशासन ने गलती से जिंदा व्यक्ति का नाम मृतकों की लिस्ट में चढ़ा दिया। अधिकारियों को मामले में चूक पता चलने के बाद यह गलती में सुधार किया और व्यक्ति का नाम मृतकों की लिस्ट से हटा दिया
कोरोना का इलाज करा रहा था मरीज
जिले का एक व्यक्ति अस्पताल में कोरोना का इलाज करा रहा था। मरीज को पोर्टल पर करीब 20 दिन पहले मृत घोषित कर दिया गया। शिकायत होने पर अधिकारियों ने मामले की जांच की तो मरीज जीवित मिला। मरीज के जीवित मिलने पर व्यक्ति का नाम पोटल से मृतकों की लिस्ट से हटा दिया गया।
मामला पता चलने पर हटाया नाम
कोरोना काल में मरीजों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ रही थी कि बागपत के साथ मेरठ-गाजियाबाद के लोग अस्पताल में भर्ती किए जा रहे थे। बागपत के मरीज की हालत नाजुक थी जिसमें अस्पताल प्रशासन से चूक हो गई। प्रशासन ने इस मरीज को मृतकों की लिस्ट में डाल दिया। बाद में प्रशासन ने भूल सुधारते हुए मरीज का नाम मृतक लिस्ट से हटा दिया।
एक ही नाम के थे दो व्यक्ति
मरीज की रिपोर्ट करीब 20 दिन पहले बागपत प्रशासन को भेजी गई थी। अधिकारियों को जब मरीज के नाम पर संदेह हुआ तो उसका नाम पोर्टल से हटा दिया गया। अधिकारियों का पूरे मामले पर कहना है कि एक ही नाम के दो व्यक्ति थे। जिसकी वजह यह सारा कंफ्यूजन बना। फिलहाल अधिकारियों ने इस बड़ी चूक को सुधार लिया।