इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर समाजवादी पार्टी के अभिषेक यादव उर्फ अंशुल निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। उनके खिलाफ कोई भी उम्मीदवार मैदान में नहीं उतरा। नामांकन में भीड़ की संभावना को लेकर जिला प्रशासन ने कक्ष के आसपास बैरिकेडिंग करवाकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है।
सपा प्रत्याशी के खिलाफ किसी ने नहीं खरीदा पर्चा
इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष का पद इस बार अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है। निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव उर्फ अंशुल ने अपने चाचा प्रगतिशील समाजवार्दी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के साथ रणनीति बनाकर चुनाव में 24 में से 18 अपने गठबंधन के सदस्य निर्वाचित करवा लिए। बीजेपी और बीएसपी का एक-एक सदस्य विजयी हुआ। इसके चलते अंशुल यादव के सामने किसी अन्य ने नामांकन पत्र नहीं खरीदा।
सत्तारूढ़ भाजपा को अब जिला पंचायत अध्यक्ष के पदों पर निर्वाचन के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बीजेपी के निर्वाचित सदस्यों की संख्या कम है। ऐसे में प्रदेश के कितने जिलों में जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर भाजपा के प्रत्याशी निर्वाचित होते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।