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बदले की आग में जल रही एक मां, 13 साल से नहीं किया बेटे का अंतिम संस्कार

crime 7 बदले की आग में जल रही एक मां, 13 साल से नहीं किया बेटे का अंतिम संस्कार
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ में एक दंपत्ति अपने बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए 13 साल से लड़ाई लड रहे हैं। इस दंपत्ति ने अपनी लड़ाई लड़ने के लिए अलग ही तरह का संकल्प लिया है। दंपत्ति ने जमीनी विवाद में मारे गए अपने बेटे के हथियारें को फांसी की सजा दिलाने के लिए आज तक अपने बेटे का अंतिम संस्कार नहीं किया है। उन्होंने अपने बेटे के शव को अपने खेत में दफन किया हुआ है। दंपत्ति का कहना है कि जब-तक उनके बेटे के कातिल को फांसी की सजा नहीं मिलेगी तब-तक वो अपने बेटे के पार्थिक शरीर को मुखाग्नि नहीं देंगे।
दरअसल गोरखपुर के झंगहा थाना क्षेत्र के गांव ब्रम्हपुर में रहने वाले विजय और कलावती बदले की आग में जल रहे हैं। उनके छोटे बेट राजा को साल 2005 में जमीनी विवाद के चलते गोली मार दी गई थी।  उन्होंने बदले की आग में आजतक अपने बेटे के पार्थिक शरीर को मुखाग्नि नहीं दी, बल्कि उन्होंने अपने बेट के शव को घर के पास स्थित खेतों में दफना दिया और ये कसम खाई की जबतक उनके बेटे के कातिल को सजा नहीं मिल जाएगी तब तक वो अपने बेटे का अंतिम संस्कार नहीं  करेंगे। बता दें कि विजय के परिवार की कई पीढ़िया गांव के जमींदारों के बाग की रखवाली करती आई है। इसलिए उन्हें जमिंदारों ने थोड़ी जमीन जीवन-यापन के लिए दी थी।
crime 7 बदले की आग में जल रही एक मां, 13 साल से नहीं किया बेटे का अंतिम संस्कार
 जमिंदारों द्वारा जमीन दान देना गांव के दबंग दरोगा पासी को अच्छा नहीं लगा और वो लगातार जमीन  पर कब्जा करने की कोशिश करने लाग। इस दौरान दरोगा और विजय के बच्चों के बीच मारपीट भी हुई। बता दें कि विजय अपनी पत्नी कलावती और अपने पांच बच्चों के साथ दिल्ली में रहते थे और यहां कप-प्लेट बनाने की फैक्ट्री में चीफ कारीगर थे। फसल के मौसम के दौरान उनके बेटे गांव में आकर जमिंदारों के बागों की देखभाल करते थे और अपने खेतों की भी कटाई करते थे। इसी सिलिसिले में 13 साल पहले उनका बेटा राजा गांव गया था उस दौरान उसके साथ कलावती और बहन ममता भी मौजूद थे।
जमीन हथियाने के लालाच में बुआई के दौरान दरोगा पासी और राजा के बीच में कहा सूनी हो गई। इस दौरान दरोगाा ने राजा को धमकी दी कि तुम जमीन पर फसल नहीं बोओगे। जब राजा नहीं मान तो उसी रात साढ़े आठ बजे दरोगा पासी ने तमंचा निकालकर राजा को उसी के खेत में गोली मार दी। इससे पहले मां और बहन वहां पहुंचते राजा की मौत हो चुकी थी। इस घटना के बाद दरोगा फरार हो गया और उसे पंजाब पुलिस ने साल 2008 में लुधियाना से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि इस समय दरोगा जेल में आजीवन कारवास की सजा काट रहा है, लेकिन कलावती और विजय चाहते है कि दरोगा को जेल में ही फांसी दी जाए।

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