कांग्रेस पार्टी में इन दिनों फूट पड़ी हुई है। आए दिन खबरें सामने आ रही हैं कि पार्टी से नेता बागी हो रहे हैं या फिर नेता पार्टी से नाराज हो हैं। इसी कड़ी में खबर आ रही है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी पार्टी से नाराज चल रहे हैं। लेकिन अब पार्टी सीएम वीरभद्र सिंह को मनाने में लगी हुई है। सीएम वीरभद्र सिंह ने विधायक दल की बैठक में चुनाव से अपने पैर पीछे खींचने की धमकी दी थी।
गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने सीएम वीरभद्र सिंह से मुलाकात की तथा उन्हें मनाने की कोशिश की है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि सीएम और अहमद पटेल की बीच यह मुलाकात लगभग आधे घंटे चली जोकि अहमद पटेल के आवास पर हुई। अहमद पटेल ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन्हें मनाने की कोशिश की है।सीएम वीरभद्र सिंह ने बतौर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र भी लिखा था। जिसमें उन्होंने कहा है कि पार्टी की तरफ से जो प्रदेश कमेटी को उचित सहयोग नहीं मिल रहा है।
लेकिन इस बीच जानकारी यह आई की मंगलवार को दिल्ली में सीएम ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने का वक्त मांगा था। लेकिन सोनिया गांधी को सीएम से मिलने का वक्त नहीं मिल पाया। जानकारी के अनुसार सीएम सोनिया गांधी से मिलकर अपनी शिकायत बताने वाले थे। गौरलतब है कि प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हैं। सीएम पर गंभीर आरोप लगने के बाद पार्टी की साख एक बार फिर कमजोर हुई है।
जानकारी के अनुसार सीएम और पार्टी अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के बीच इन दिनों रिश्ता ठीक नहीं चल रहा है। जानकारी के अनुसार अगामी चुनाव में पार्टी आलाकमान ने सीएम के चेहरे को आगे बढ़ाया है तो दूसरी तरफ पार्टी अध्यक्ष सुक्खू नई चेहरों को आगे लाने की बात कर रहे हैं। इसके लिए सीएम वीरभद्र सिंह ने सोनिया गांधी को लिए पत्र में कहा है कि प्रदेश कमेटी के लिए पार्टी का यही रवैया रहा तो वह इस बार का चुनाव नहीं लड़ेंगे।