फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में बाढ़ से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर इंतजाम किए जा रहे हैं। इसी को देखते हुए असनी घाट पर गंगा नदी के किनारे जलस्तर को देखने के लिए सेंसर लगाया गया है। जिससे गंगा नदी के जलस्तर को मापा जा सके और कोई भी खतरा होने पर समय से पहले स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। इसके साथ ही जिलाधिकारी कार्यालय में कंट्रोल रूम को सक्रिय करते हुए बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया है।
जिले में गंगा नदी के किनारे पड़ने वाले 83 गांवों और सभी 18 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। इसमें बिंदकी के 23 गांव, खागा के 40 और सदर के 20 गांव शामिल हैं। दैवीय आपदा से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने 14 विभागों के साथ 24 घंटे चलने वाले कंट्रोल रूम को सक्रिय किया है।
बाढ़ चौकियां भी अलर्ट पर
इसके साथ ही सदर की आठ, बिंदकी की पांच और खागा की पांच बाढ़ चौकियों को पूरी ताकत के साथ सक्रिय किया गया है। इनमें बिंदकी की प्राथमिक विद्यालय कोटिया, कोडिया दरियापुर, प्राथमिक पाठशाला शिवराजपुर, प्राथमिक विद्यालय गुनीर और मकोदीपुर हैं। इसी तरह खागा में कोतला, सामूपुर, बुधेड़ा, बैगांव और इजुरा खुर्द शामिल हैं।
वहीं, सदर तहसील में आने वाली बाढ़ चौकियों में ओमघाट, प्राथमिक विद्यालय भिटौरा, बलखंडी घाट, खुसरू घाट प्राथमिक पाठशाला नयापुरवा, चांदपुर प्राथमिक पाठशाला भिटौरा, असनी, नरौली और नावघाट/पक्का घाट हैं। इसके साथ ही गंगा नदी के किनारे आने वाले 19 घाटों को भी एलर्ट करते हुए चेतावनी जारी की गयी है। इनमें सदर तहसील में 10, बिंदकी में आठ और खागा में एक घाट शामिल है।
सक्रिय हुआ कंट्रोल रूम
जिले में नदियों के आसपास के गांवों में यदि किसी प्रकार से जलस्तर तेजी से बढ़ता है या फिर बाढ़ सम्बंधी कोई घटना क्रम हो सकता है। ऐसे किसी भी परिस्थितियों में कोई भी व्यक्ति जिला कंट्रोल रूम में सूचना दे सकता है। इसे 24×7 सक्रिय किया गया है और यह काम कर रहा है। इसका फोन नम्बर 05180-298632 है। इस नम्बर पर फोन करने पर 24 घंटे कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी गयी है। इसके प्रभारी केके त्रिपाठी को बनाया गया है। उन्हीं के नियंत्रण में यह कंट्रोल रूम कार्य कर रहा है।
अभी खतरे के निशान से दूर है नदी का जलस्तर
बाढ़ नियंत्रण अधिशासी अभियंता निचली गंगा नहर जेपी वर्मा बाढ़ ने बताया कि भिटौरा स्थित गंगा नदी का जल स्तर खतरे के निशान पर 100. 86 पर अंकित है, जबकि वर्तमान समय में गंगा नदी का जलस्तर 96.120 मीटर है। इसी तरह ललौली स्थित यमुना नदी का जलस्तर 100 मीटर पर खतरे के निशान पर अंकित हैं, जबकि वर्तमान में जलस्तर 83.97 मीटर है। ऐसे में फिलहाल गंगा नदी खतरे के निशान से दूर हैं, लेकिन जिला प्रशासन किसी भी तरह से खतरा मोल नहीं लेना चाहता तभी वह अपने को लगातार मुस्तैद करता जा रहा है।
“जिले में बाढ़ से निपटने के लिए पहले से ही प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के मद्देनजर असनी स्थित गंगा नदी के किनारे जलस्तर मापने के लिए सेंसर लगाया गया है। गंगा और यमुना नदी का जलस्तर फिलहाल सामान्य है और कोई खतरा नहीं है।”
जेपी वर्मा, बाढ़ नियंत्रण अधिशाषी अधिकारी, फतेहपुर