बेनामी संपत्ति मामले में लालू यादव और उनके परिवार की मुश्किलें अभी तक खत्म नहीं हुई हैं। बिहार की डिप्टी सीएम ने बेनामी संपत्ति मामले में सुशील मोदी ने मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद से ही इस मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। ईडी बिहार की पूर्व सीएम और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, पूर्व डिप्टी सीएम और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव से पूछताछ की है।
आयकर विभाग ने इससे पहले लालू यादव की बेटी और दामाद, मीसा भारती और शैलेश कुमार से पूछताछ की थी। जिसके बाद उनके दिल्ली के तीन फार्महाउस पर खतरा मंडराने लग गया है। ईडी इस मामल में दिल्ली समेत कई जगहों पर लालू यादव की संपत्तियों की जांच कर रहा है। लालू यादव ने अपनी संपत्ति खरीदने के लिए फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल किया है, इस बात की जांच आयकर विभाग द्वारा की जा रही है।
आपको बता दें कि इस मामले में लालू यादव पर लालू यादव के पीछे डिप्टी सीएम सुशीम मोदी पड़े हुए हैं। गठबंधन तोड़ने से पहले नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव पर लगे आरोपों पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया था। उस वक्त बिहार में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस का गठबंधन था। आयकर विभाग द्वारा जून में लालू यादव की 12 संपत्तियों को अटैच किया गया था। ऐसे में बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने गठबंधन तोड़ने का फैसला किया था और लालू यादव से अपने आप को अलग कर लिया था।