मंगलवार को सतलोक आश्रम के संचालक रामपाल पर दो केसों में फैसला सुनाया जाएगा। रामपाल साल 2014 से जेल में बंद है। रामपाल पर फैसला IPC की धारा 426 और अभियोन नंबग 427 के तहत फैसला सुनाया जाएगा। बरवाला थाने में यह एफआईआर सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने में 426 और सरकारी अधिकारी को जबरन बंधी बनाने के आरोप में एफआईआर नंबर 427 दर्ज की गई है। मंगलवार को सतलोग रामपाल पर दर्ज देशद्रोह मामले में रामपाल जेल भी गए। साल 2006 में रामपाल पर हत्या का आरोप भी लगा है।
रामपाल पर फैसला आने के कारण हिसार में धारा 144 लगा दी गई है। रामपाल पर 24 अगस्त को ही फैसला आना था लेकिन डेरा प्रमुख मामले को देखते हुए पुलिस ने फैसला की तारीख आगे बढ़ाने की कोर्ट से गुहार लगाई थी। रामपाल करीब 33 महीनों से हिसार जेल में बंद है। रामपाल की कोर्ट में ज्यादातर पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए की जाती है।
रामपाल पर केस
रामपाल पर सरकारी ड्यूटी में टांग अड़ाने का केस समेत कई सारे केस चल रहे हैं। रामपाल सहित 14 लोगों पर धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का आरोप तथा संगत को बंधक बनाने का केस दर्ज किया गया है। रजनी की आश्रम में मौत मामले में रामपाल और उसके साथियों पर हत्या का आरोप दर्ज किया गया है। रामपाल और साथियों पर आश्रम में भगदड़ मचने के बाद हुई पांच लोगों की मौत के मामले में आरोप दर्ज है। रामपाल और 942 लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
210 आरोपी पहुंचे
वही डेरा प्रमुख पर आए फैसले को देखते हुए रामपाल मामले में पुलिस खासा सतर्कता बरत रही है। अदालत में मंगलवार को रामपाल की पेशी और कई लोगों की पेशी होनी है लेकिन बस व अन्य सेवा बंद होने के कारण सिर्फ 210 आरोपी पहुंच पाए हैं लेकिन अदालत में बचे हुए आरोपियों की पेशी 18 सितंबर तय की गई है। और सभी आरोपियों की अगली पेशी 25 सितंबर तय की गई है।
जानकारी के अनुसार रामपाल पर जिन धाराओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है उसके तहत तीन साल तक की सजा हो सकती है। वही सुरक्षा के लिहाज से रामपाल की पेशी के कारण पुलिस ने खासा सतर्कता बरती हुई है। पुलिस के सैकड़ों जवान तथा आर्म्ड पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की हुई है। गौरतलब है कि डेरा प्रमुख राम रहीम पर फैसला आने के बाद पंचकूला समेत कई इलाकों में हिंसा हो गई थी। जिसके बाद कानून व्यवस्था समेत हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर को विपक्षी अपने निशाने पर ले रहे थे।