नई दिल्ली। पुलिस ने जैसे बाबाओं की पोल खोलने का बीड़ा उठा लिया है। पुलिस ने एक और बाबा को अपने शिकंजे में लिया है। पुलिस ने इच्छाधारी बाबा स्वामी भीमानंद महाराज को उसकी महिला साथी के साथ गिरफ्तार किया है। दरअसल बाबा भीमानंद सेक्स रैकेट चलाने के आरोप से चर्चा में आया था। साल 2010 में भी इच्छाधारी बाबा को गिरफ्तार किया गया था। इच्छाधारी बाबा संत के नाम से मशहूर था। जिसे अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर अमर कॉलोनी को थाना पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस का कहना है कि भीमानंद महाराज यूपी के चित्रकुट के चमरौहा गांव का रहने वाला है। बाबा पर सेक्स रैकेट चलाने जैसे संगीन आरोप लगे हैं।
बता दें कि बाबा इस बार एक महिला को झांसा देकर उससे 30 लाख ठगने के जुर्म में गिरफ्तार कि गया है। दिल्ली के रोहिणी में रहने वाली ऋितु का कहना है कि बाबा ने उसे आईआरसीटीसी में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। इतना ही नहीं उसने उसके भाई सहित कई लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगा है। बाबा ने अपने काले कारनोमों को छूपाने के लिए दिल्ली के बदरपुर मंदिर में अपना एक सांई मंदिर बनवाया। बाबा लोगों को फंसाने के लिए खुद को सांई राम का अवतार बताता था। बाबा भीमानंद का असली नाम शिवमूरत द्विवेदी है।
शिवमुरत 1988 में दिल्ली आया था। और नेहरू प्लेस में एक पांच सितारा हॉटल में गार्ड की नौकरी करता था। उसके बाद वो लाजपत नगर के एक मसाज पार्लर में काम करने लगा। इसी दौरान वो सेक्स रैकेट चलाने के मामले में पकड़ा गया और उसे जेल भेजा गया। जेल से बाहर आने के बाद बाबा ने अपना नाम और हूलिया दोनों बदल दिए। बाबा को फरवरी 2010 में जब दो एयरहोस्टेस समेत आठ लोगों को सेक्स रैकेट चलाने के मामले में गिरफ्तार किया गया तो यह खुलासा हुआ कि इसका मास्टमाइंड 40 वर्षीय शिवमूरत द्विवेदी है, जिसे दुनिया इच्छाधारी संत स्वामी भीमानंद जी महाराज चित्रकूट वाले के नाम से जानती है।