इस वक्त देश के मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर हैं। लेकिन अब उनके बाद सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस दीपक मिश्रा उनकी जगह लेने वाले हैं। जस्टिस जे एस खेहर का कार्यकाल 27 अगस्त को खत्म होने वाला है। मंगलवार को दीपक मिश्रा को देश के 45वे मुख्य न्यायाधीश के तौर पर चुना गया है। जस्टिस दीपक मिश्रा के बारे में बात की जाए तो उन्होंने कई सारे अहम फैसले लिए हैं।
कई ऐतिहासिक फैसले देने वाले दीपक मिश्रा ने मुंबई ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को फांसी की सजा सुनाई थी। दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली बेंच ने पूरी रात भर सुनवाई की थी जिसके बाद उसे फांसी की सजा सुनाई गई थी। इस मामले में जस्टिस दीपक मिश्रा ने दोनों पक्षों की दलीले सुनी थी और याकूब मेमन की दलील को खारिज करते हुए अगले दिन उसे फांसी की सजा सुनाई थी। वही जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई में स्पेशल बेंच अयोध्या मामले को लेकर बनाई गई है। जस्टिस दीपक मिश्रा के चाचा जस्टिस रंगनाथ मिश्रा भी सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रहे हैं।
आपको बता दें कि 30 जुलाई को याकूब मेमन को फांसी की सजा रात भर चली सुनवाई के बाद जस्टिस दीपक मिश्रा की बेंच ने दी थी। लेकिन इसके बाद जस्टिस दीपक मिश्रा की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया था। जानकारी अनुसार उन्हें एक धमकी भरा खत भी मिला था। जस्टिस दीपक मिश्रा ओडिशा के रहने वाले हैं जिनका जन्म 3 अक्टूबर 1953 को हुआ था। वह 28 अगस्त को भारत के नए मुख्य न्यायाधीश बनने वाले हैं। जस्टिस दीपक मिश्रा ने साल 1977 में हाईकोर्ट के वकील के रूप में अपने कैरियर की शुरूआत की थी, साल 1996 में वह ओडिशा हाईकोर्ट में बतौर जज नियुक्त किए गए थे। साल 2009 में जस्टिस दीपक मिश्रा ने पटना हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस का कार्यभाल संभाला।