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जानिए सूबे में 108 एंबुलेंस सेवा की हकीकत

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हरदोई। अब आपको बता दें स्वास्थ्य सेवा बेहतर होने की बात करती है उत्तर प्रदेश सरकार जहां पर कई मरीजो की एंबुलेंस की लेटलतीफी से मौत हो जाती है। ऐसे में जो सरकार दावे करती है यह खोखले ही साबित हो रहे हैं। वहीं सरकार द्वारा कहा गया है एक्सीडेंट हो या डिलीवरी केस एंबुलेंस सेवा 10 मिनट में मरीज के पास पहुंचेगी लेकिन जमीनी हकीकत यही है के एंबुलेंस को एक से डेढ़ घंटे पहुंचते हुए लग जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महज एक महीने के अंदर ही कई विभागों में शक्ति से निपटा गया है। लेकिन स्वास्थ्य सेवा हरदोई की अभी भी दम तोड़ते नजर आ रही हैं।

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जिला अस्पताल में जब इस बाबत पड़ताल की गई तो योगी द्वारा 10 मिनट में एंबुलेंस सेवा के आदेश खोखले साबित हुए आपको बता दें हरदोई जिले में कई एंबुलेंस जिला अस्पताल में है वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आदेश दिया गया था की घटना के बाद एंबुलेंस सेवा 10 मिनट में पहुंचेगी लेकिन उनके आदेशों पर एंबुलेंस कर्मी पलीता लगाते नजर आ रहे हैं।

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लगातार ऐसी घटना सामने आ रही है जहां पर स्वास्थ्य सेवा दम तोड़ती नजर आती हैं आज जब लाइव टेस्ट चैनल की टीम द्वारा किया गया तो वहां पर एंबुलेंस 1 घंटे से डेढ़ घंटे में पहुंचती है। ऐसे में जो मरीज है रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं अब सवाल ये उठता है कि योगी आदित्यनाथ ने जो जनता के लिए स्वास्थ्य सेवा बेहतर करने के लिए एंबुलेंस सेवा शुरू की है वह सेवा दम तोड़ती नजर आ रही है।

यहां लोगों ने हमें बताया कि डॉक्टर कभी भी अपने ऑफिस में समय से नहीं बैठते मरीजों को कई घंटे इंतजार करना पड़ता है लेकिन डॉक्टरों पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता है जबकि सरकार दावे करती है स्वास्थ्य सेवा 24 घंटे चलती रहेगी लेकिन हरदोई जिले में हालत बद से बदतर हैं, डॉक्टरों की हालत यह है देरी से तो पहुंचते हैं लेकिन एकाध घंटे बैठकर फिर कहीं निकल जाते हैं। साथ ही लोगों ने आरोप लगाया की यहां की एम्बुलेंस सवारियां ढोने में व्यस्त रहती हैं।

rp ashish singh Hardoi Up जानिए सूबे में 108 एंबुलेंस सेवा की हकीकत (आशीष सिंह, संवाददाता)

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