नई दिल्ली। एक ओर जहां कांग्रेस ने एक फरवरी को पेश होने बजट के दौरान सत्र का बायकॉट करने का फैसला किया है। वहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भी पहले दो दिन संसद सत्र में शामिल न होने के साथ ही नोटबंदी और टीएमसी नेताओं के खिलाफ कथित तौर पर केंद्र द्वारा सीबीआई के दुरुपयोग के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोलते हुए प्रदर्शन करने का फैसला किया है।
पार्टी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि संसद को विश्वास में लिए बिना सरकार द्वारा नोटबंदी लागू करने के विरोध में टीएमसी के सांसद संसद के बजट सत्र के पहले दो दिन कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे। पार्टी की ओर से जारी विज्ञिप्ति में टीएमसी सांसद व प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन, कल्याण बैनर्जी, सुकेंदू शेखर रॉय, सोगता रॉय, दिनेश त्रिवेदी ने समति जताई है।
दरअसल तृणमूल कांग्रेस, रोज वैली ग्रुप चिटफंड घोटाले में पार्टी के दो सांसदों सुदीप बंदोपाध्याय और तापस पाल को सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने से नाराज है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर श्नोटबंदी के बाद तृणमूल-बंदीश् का आरोप लगाया था और कहा था कि उनकी पार्टी पर ये अत्याचार इसीलिए किया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री के नोटबंदी के कदम का खुलकर विरोध किया था। ममता बनर्जी ने खुलकर कहा था कि ये गिरफ्तारियां प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर की जा रही हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री पर श्बदले की राजनीतिश् करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैं (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी को चुनौती देती हूं कि अगर आप समझते हैं कि आप हमारे नेताओं को गिरफ्तार करेंगे और हम चुप बैठेंगे तो ऐसा नहीं होगा।