खराब दिनचर्या, गलत खानपान और तनाव के चलते हाइपरटेंशन अथवा उच्च रक्तचाप आजकल आम समस्या बन गई है। इस बीमारी में दिल की धमनियों में रक्त संचरण बड़ी तेजी से होने लगता है।
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इससे शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। वहीं, पीड़ित व्यक्ति को थकान, सीने में दर्द, सिर में तेज दर्द और सांस लेने मे तकलीफ होती है। विशेषज्ञों की मानें तो 30 साल से अधिक उम्र के लोगों को नियमित रूप से उच्च रक्त चाप की जांच करानी चाहिए। सामान्यतः 140/90 से ऊपर के रक्तचाप को हाइपरटेंशन कहा जाता है। जबकि 180/120 से ऊपर के दबाव को खतरनाक माना जाता है। अगर इलाज में कोताही बरतते हैं, तो इससे हृदयरोग, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, डायबिटीज समेत कई अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
नमक का सेवन कम करें
डॉक्टर्स हमेशा ब्लड प्रेशर के मरीजों को सोडियम युक्त चीजों को कम खाने की सलाह देते हैं। पीड़ित व्यक्ति खाने में नमक की मात्रा कम कर उच्च रक्तचाप को कंट्रोल कर सकता है। हालांकि, व्यक्ति विशेष पर सोडियम का प्रभाव अलग रहता है। तली-भुनी चीजों का कम से कम सेवन करें। नमकीन चीजों को खाने से परहेज करें।
पोटेशियम
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो पोटेशियम रिच फ़ूड खाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। साथ ही पोटेशियम के अधिक सेवन से सोडियम की मात्रा कंट्रोल में रहती है। इसके लिए डाइट में पोटेशियम युक्त चीजों को अवश्य शामिल करें।
शराब
शराब का सेवन करना सेहत के लिए हानिकारक होता है। वहीं, धूम्रपान करने से कई बीमारियां होती हैं। इसके लिए ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्ति को शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, स्मोकिंग यानी धूम्रपान भी न करें। वहीं, रोजाना कसरत और योग जरूर करें।