उत्तर प्रदेश की आगरा ताज नगरी में तीसरे दिन भी हवा बेहद खराब की श्रेणी में रही सुबह और शाम को शहर धुंध और धूल की चादर में लिपटा रहा दोपहर में कुछ देर धूप निकली फिर बादल छा गए एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 अट्ठारह के खतरनाक स्तर पर पहुंचने से जहां एक तरफ दमा रोगियों से लेकर बुजुर्गों पर बच्चों की सांस फूलती रही वहीं दूसरी तरफ नोटिस के बाद भी खुदाई व निर्माण कार्यों से धूल के गुबार उड़ते रहे।
बता दें कि सड़कों पर जाम में वाहन फंसे रहे जिसकी वजह से प्रदूषण बढ़ता गया दिवाली के तीसरे दिन एक यूआई स्तर दोगुना हो गया है और शहर वर्जन में शुमार हो गया है यह हाल तब है जब उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एस एच एआई स्मार्ट सिटी एडीए जल निगम और मेट्रो को नोटिस जारी कर रखे हैं जाम नियंत्रण के लिए अतिरिक्त कोच लगाने के आदेश भी दिए गए फिर भी बीते दिन हालात नहीं सुधरे एक यूआई लगातार बढ़ रहा है केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक रविवार को आगरा का एक यूआई 418 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया शनिवार रात 12:00 बजे कल pm10 अधिकतम स्तर 500 तक पहुंच गए।
जबकि पीएम 2.5 का अधिकतम स्तर 500 दर्ज हुआ है कार्बन गैस औसत से 30 गुना अधिक हो गई 3 दिन में 2 92 मरीज एक्स एन में पहुंचे डॉक्टर के अनुसार बीते 3 दिन में और सास के 2 29 मरीज आए इनमें से 29 मरीजों को भर्ती करना पड़ा ऑक्सीजन भी देनी पड़ी इन मरीजों में टीवी के पुराने मरीज भी रहे जिनको धूल से परेशानी हुई और खांसी के साथ बलगम में खून भी आया गले में खराश सांस लेने में परेशानी सीने में जकड़न आंखों में जलन की परेशानी भी मिली