लखनऊ: पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, दिल्ली में एक युवती द्वारा सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की गई थी। इलाज के दौरान उस युवती की मौत हो गई, जिसके संबंध में हजरतगंज कोतवाली में अमिताभ ठाकुर के खिलाफ एफआईआई पंजीकृत थी। शुक्रवार को इसी आधार पर पूर्व आईपीएस को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, पुलिस का कहना है कि विवेचनात्मक कार्यवाही के लिए उन्हें हजरतगंज कोतवाली लाया गया है।
वहीं अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर का कहना है कि जबसे उनके पति ने गोरखपुर से चुनाव लड़ने की बात कही है तबसे हमें प्रताड़ित किया जा रहा है। नूतन ठाकुर का कहना है कि जब वे गोरखपुर जाने वाले थे तब उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया। उसके बाद आज भी हमारे ऊपर पुलिस निगरानी रख रही थी। हमें घर से निकलने नहीं दिया जा रहा था। दोपहर में उन्हें अरेस्ट कर लिया गया। नूतन ठाकुर ने कहा, ‘गिरफ्तार करके उन्हें हजरतगंज कोतवाली लाया गया और मुझे उनसे मिलने भी नहीं दिया जा रहा है। जब मैंने कहा कि मैं एडवोकेट हूं, इस नाते मुझे उनसे मिलना है लेकिन मुझे नहीं मिलने दिया गया।’
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को मेडिकल के लिए सिविल हस्पिटल लाया गया है। इस दौरान अमिताभ ठाकुर ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निजी स्वार्थ के चक्कर मुझे फ़साना चाहते हैं। मुझे झूठे मुक़दमे में फंसाया गया है। इस मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है। अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि योगी आदित्यनाथ मेरी हत्या भी करा सकते हैं। पुलिस ने मेरे साथ बदतमीजी की है। ये मित्र पुलिस नहीं हो सकती।