दुनिया भर में कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। जिसे देखते हुए कई देशों ने कोविड-19 प्रोटोकॉल को फिर से लागू कर दिया है।
गरीब देशों में वैक्सीन की किल्लत
वहीं वेनिस में वित्त मंत्रियों की G-20 बैठक में भी इसे लेकर चेताया गया। सम्मेलन में कहा गया कि कोरोना वायरस वैरिएंट के बढ़ते खतरे और टीकाकरण के आसमान अभियानों से आर्थिक सुधार में मुश्किलें आएंगी।कहा गया कि विकसित देशों में जहां वैक्सीन की कोई कमी नहीं है, वहीं गरीब देशों में जरूरी सामानों, दवाओं से लेकर वैक्सीन तक की किल्लत है।
तेजी से फैल रहा डेल्टा वेरिएंट
कोरोना की भयावहता के बावजूद लोग अभी भी वैक्सीन लगवाने से बच रहे हैं। डेल्टा वेरिएंट दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है, इसका मुख्य कारण ये है कि सभी देश नागरिकों के हित में इकॉनमी और दैनिक जीवन को पटरी पर लाने के लिए पाबंदियों से छूट दे रहे हैं।
वैक्सीन की पर्याप्त दोज उपलब्ध
वही ईयू ने कहा कि इस महीने के अंत तक 70% वयस्कों के वैक्सीनेशन के लिए वैक्सीन की पर्याप्त दोज उपलब्ध है। यूरोपीय रोग नियंत्रण केंद्र ने कहा कि यूरोपीय संघ की पूरी आबादी के 44% लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो गया है।