लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर आगामी 15 जुलाई को समाजवादी पार्टी के सभी कार्यकर्ता समस्त तहसीलों पर विरोध प्रदर्शन करने वाले हैं। पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हुई हिंसा और गुंडागर्दी के विरोध में पार्टी से जुड़े कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपेंगे।
इस प्रदर्शन की रणनीति को लेकर सोमवार को राजधानी स्थित महानगर कार्यालय पर एक बैठक बुलाई गई। बैठक की अध्यक्षता नगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित ने की। बैठक में सुशील दीक्षित ने सभी से अपील की कि वे इस प्रदर्शन में सम्पूर्ण दल और बल के साथ पहुंचे और इसे सफल बनाएं।
भाजपा ने लोकतंत्र को बनाया ‘लूट-तंत्र’
बीते दिनों हुए पंचायत अध्यक्ष के चुनाव और हाल ही में हुए ब्लॉक प्रमुख के चुनावों में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भाजपा पर कई आरोप लगाए। पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि इन चुनावों में भाजपा के लोगों ने गुंडों को छूट दे दी थी। साथ ही साथ भाजपा मनमानी और गुंडागर्दी पर उतारू थी। उन्होंने कहा, ‘मैंने पहले ही कहा था कि जिला पंचायत का चुनाव जिले के डीएम और एसपी लड़ेंगे और वही हुआ। ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भाजपाइयों ने गुंडों को मैदान में छोड़ दिया और पूरे चुनाव को लूट लिया।’
सबका हिसाब होगा: अखिलेश यादव
वहीं अखिलेश यादव ने जिला और पुलिस प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि बिना प्रशासन की मिलीभगत से चुनावो में गुंडागर्दी नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘उस दिन सभी संबंधित अधिकारियों का फ़ोन आउट ऑफ़ कवरेज बता रहा था। किसी का फ़ोन नहीं लग रहा था।’ पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सबका हिसाब होगा।