उत्तराखंड में सियासी उठापटक जारी है, उसका परिणाम है कि 6 महीने के अंदर दूसरी बार नए मुख्यमंत्री का चयन होने वाला है। कल देर रात तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। इसके साथ ही तीरथ सरकार चार महीने भी नहीं चली, और सिर्फ 115 दिनों के लिए ही राज्य के सीएम बन पाए।
जब विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में आए
10 मार्च को बतौर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले तीरथ सिंह रावत का उस मुकाम पर पहुंच जाना कई लोगों को हैरान कर गया था। हालांकि अपने विवादित बयानों को लेकर तीरथ रावत सीएम बनते ही सुर्खियों में आ गए थे। फटी जींस वाले बयान पर खुद उनकी पत्नी को आकर सफाई देनी पड़ी थी।
20 बच्चे पैदा किए होते तो….
महिलाओं की फटी जींस पर कमेंट के बाद तीरथ सिंह ने फिर एक विवादित बयान दिया। एक बयान में उन्होने कहा कि 20 बच्चे पैदा किए होते तो ज्यादा राशन मिलता। उन्होने कहा था कि लोगों को इस बात से जलन होने लगी है, कि दो सदस्यों वाले परिवार को 10 किलो राशन और 20 सदस्यों वाले परिवार को एक क्विंटल अनाज दिया गया। अब इसमें दोष किसका है, उसने 20 पैदा किए और आपने दो। अब जलन क्यों ? बता दें कि इस मामले ने भी तूल पकड़ा था। जिसके बाद कई मंत्रियों को सफाई देनी पड़ी थी।
मां गंगा की कृपा से कोरोना नहीं होगा- तीरथ
याद हो कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कुंभ मेले को लेकर काफी विवाद हो रहा था। उस दौरान तीरथ सिंह रावत ने ये कहकर सबको चौंका दिया था कि कुंभ में मां गंगा की कृपा से कोरोना नहीं फैलेगा। साथ ही उन्होने कहा था कि कुंभ और मरकज की तुलना करना गलत है।
मनमुटाव की खबरों ने पकड़ा तूल
तीरथ रावत के कुछ महीनों के कार्यकाल के दौरान ही मनमुटाव की खबरें भी जोर पकड़ी। कहा गया कि त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। अटकलों का दौर तब शुरू हुआ जब कुंभ के कोरोना जांच में फर्जीवाड़े पर त्रिवेंद्र रावत ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। तब तीरथ रावत ने ये कहकर पल्ला झाड़ लिया कि ये विवाद उनके कार्यकाल में आने से पहले का है, उस समय वो सीएम नहीं थे।
पीएम को बताया था भगवान राम का अवतार
नेत्र कुंभ का उद्घाटन करने हरिद्वार पहुंचे तीरथ सिंह रावत ने लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी को भगवान राम का अवतार बता दिया था। उन्होंने कहा था कि त्रेता, द्वापर में जैसे राम, कृष्ण को पूजा जाता था, उसी तरह नरेंद्र मोदी को भी भविष्य में पूजा जाएगा। आने वाले समय में लोग नरेंद्र मोदी को भी उसी रूप में मानने लगेंगे।