लखनऊ: एक तरफ फ्रंटलाइन वर्कर अपनी जान को जोखिम में डालकर संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग कालाबाजारी और पैसा कमाने में लगे हुए हैं। पल्स ऑक्सीमीटर से लेकर ऑक्सीजन सिलेंडर और रेमडेसीविर इंजेक्शन की भारी मात्रा में अवैध बिक्री देखी जा रही है।
डॉक्टर समेत तीन की गिरफ्तारी
पल्स ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी के मामले में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया। इसमें डॉक्टर भी शामिल था, जो भारी मात्रा में मरीजों को लूटने का काम कर रहा था। बाराबंकी के डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया। जिनके पास से 535 पल्स ऑक्सीमीटर बरामद किए गए। डॉक्टर के साथ दो और लोग इस मामले में शामिल थे, जिन्हें आलमबाग थाना पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।
महंगे दाम में बेच रहे थे पल्स ऑक्सीमीटर
पैसे कमाने का ऐसा जुनून सवार हो गया कि इन लोगों ने ने मानवता को भुला दिया। पल्स ऑक्सीमीटर मरीजों को ₹1000 में बेचा जा रहा था। तय कीमत से ज्यादा वसूलने की फिराक में, ये लोगों मजबूरी का फायदा उठा रहे थे। लगातार उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही जा रही है। इसी के तहत पुलिस ने लोगों को गिरफ्तार किया और आगे की कार्रवाई की जा रही है।