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यूपी में ऑक्सीजन की न हो जमाखोरी इसने लिए बनेगा ये नया सिस्टम

यूपी में ऑक्सीजन की न हो जमाखोरी इसने लिए बनेगा ये सिस्टम

लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ऑक्सीजन के तर्कसंगत उपयोग के लिए प्रयास किये जा रहे है, ताकि उसकी बचत कर उसका सदुपयोग किया जा सके। उल्लेखनीय है कि कोविड पेनडेमिक में ऑक्सीजन के उपयोग के लिए स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये गये है। इस सम्बन्ध में भारत सरकार से भी दिशा निर्देश प्राप्त हुए है।

‘शीघ्र विकसित किया जाए ऑक्सीजन ऑडिट सिस्टम’

अपर मुख्य सचिव, गृह, अवनीश कुमार अवस्थी द्वारा इन सभी निर्देशों को सम्मिलित करते हुए एक मजबूत आक्सीजन आडिट सिस्टम विकसित कर शीघ्र कार्रवाई शुरू किये जाने के संबंध में रविवार को वीडियों कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से ऑक्सीजन आडिट कराये जाने के सम्बन्ध में विस्तृत विचार विमर्श किया गया।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मौजूद रहे अधिकारी और प्रोफेसर

इस वीडियो कान्फ्रेन्सिग में निदेशक, आईआईएम लखनऊ,  प्रोफेसर अर्चना शुक्ला निदेशक, आईआईटी कानपुर,  डाक्टर अभय करनदिकर, आईआईटी बीएचयू वाराणसी से श्री विकास दुबे, कुलपति, एकेटीयू लखनऊ, श्री विनय कुमार पाठक, कुलपति, एमएमयूटी गोरखपुर, प्रोफेसर जेपी पाण्डेय, कुलपति, एचबीटीयू कानपुर, प्रोफेसर शमशेर, निदेशक, एनएनआईटी प्रयागराज, प्रो0 राजीव तिवारी एवं एडिशनल प्रोफेसर, एसजीपीजीआई, श्री आशीष कनौजिया ने भाग लिया।

बड़ी मात्रा में पड़ रही ऑक्सीजन की जरूरत 

वीडियों कान्फ्रेन्सिंग में बताया गया कि प्रदेश में कोविड-19 महामारी से पीड़ित मरीज बहुत बड़ी संख्या में कोविड अस्पतालों में भर्ती किये गये है। इन अस्पतालों में एल-1, एल-2 व एल-3 श्रेणी के बेड है, जिनमें एल 2 व एल 3 के श्रेणी के बेड में आक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है।

आईआईटी कानपुर को मिली अहम जिम्मेदारी

शासन द्वारा जारी किये गये निर्देशों के क्रम में एक मजबूत ऑक्सीजन आडिट सिस्टम विकसित करने की जिम्मेदारी आईआईटी कानपुर को सौपी गई है, जिसके द्वारा इस संबंध में साफ्टवेयर व अन्य तकनीकी विवरण तैयार कर तत्काल प्रस्तुत किया जायेगा। इस आडिट की कार्यवाही में अपनाये जाने वाले प्रक्रिया के निर्धारण के सम्बन्ध में भी वीडियों कान्फ्रेन्सिंग में भी विचार विमर्श किया गया।

आईआईएम लखनऊ, आईआईटी कानपुर व आईआईटी बीएचयू वाराणसी एकेटीयू, लखनऊ, एमएमटीयू गोरखपुर, एचबीटीयू कानपुर, एनएनआईटी, प्रयागराज एवं एसजीपीजीआई द्वारा प्रदेश भर में आक्सीजन के आडिट कार्य में सहयोग किया जायेगा।

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