लखनऊ: शनिवार को महिला एवं बाल विकास विभाग उत्तर प्रदेश और यूनिसेफ द्वारा धर्म गुरु सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें प्रदेश के 75 जिलों से 800 धर्म गुरु वर्चुअली जुड़े। इस दौरान सभी ने अपने समुदाय में कोरोना महामारी से प्रभावित बच्चों के प्रति संवेदनशीलता बनाए रखने के लिए जनता से अपील की। सभी ने एकमत से कहा कि कोरोना महामारी के दुष्परिणाम से प्रभावित बच्चों और उनके बचपन को बचाने के लिए हर व्यक्ति को आगे आना होगा और अपना कर्तव्य निभाना होगा।
दरअसल, कोरोना महामारी में बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण आदि सब कुछ प्रभावित हुआ है और जिन बच्चों ने अपने माता-पिता अथवा किसी एक को खोया है, उनके लिए यह समय चुनौतीपूर्ण है। ऐसे बच्चों को विशेष देखभाल एवं स्नेह की आवश्यकता है। इस सम्मलेन में सभी धर्म गुरुओं से टीकाकरण को भी बढ़ावा देने की अपील की गई है।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ प्रभावित बच्चे तक पहुंचे
सम्मलेन में मौजूद मनोज कुमार राय (निदेशक, महिला कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश) ने कहा कि महामारी से प्रभावित बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना लाई गई है। इसका लाभ प्रभावितों तक पहुंचे, यही उद्देश्य है। उन्होंने कहा, प्रभावित बच्चों की जानकारी 1098 या 181 पर साझा करें, जिससे उन्हें इसका लाभ मिले। मनोज कुमार राय ने बताया है कि प्रदेश में लगभग 3000 प्रभावित बच्चों की जानकारी प्राप्त हुई है जिन्होंने अपने माता-पिता में से किसी एक अथवा दोनों को खोया है।
सहायता करना हमारा दायित्व है : महंत देव्यागिरि
चर्चा में मौजूद मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्यागिरि ने कहा, समाज में भय का माहौल है। जनता मानसिक रूप से टूट चुकी है। सभी का दायित्व है कि सहायता के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा है कि प्रभावित बच्चे, सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकें, इसको सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है।
‘मदद लिए प्रेरित करता है हर मज़हब’
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली का कहना है कि, सभी मजहब, मदद की सीख देते हैं। वर्तमान समय में कई मासूम बच्चे अकेले हो गए हैं। ऐसे बच्चों के चेहरों पर मुस्कान आए, असली इबादत यही है।
हर किसी को अपनेपन की भावना से देखें: संत बाबा प्रीतम सिंह
गुरुद्वारा गुरु का ताल आगरा के संत बाबा प्रीतम सिंह ने कहा कि हम सभी को अपनेपन की भावना से देखें, ये महत्वपूर्ण है। उन्होंने महामारी के दौरान गुरुद्वारों द्वारा भोजन-ऑक्सीजन की मदद करने पर भी प्रकाश डाला।