लखनऊ। नगर निगम एवं जलकल कर्मचारी संघ लखनऊ के अध्यक्ष शशि कुमार मिश्र ने प्रदेश सरकार व शासन से प्रदेश के लाखों कर्मचारियों की ओर से एक जरूरी सुझाव दिया है।
शशि कुमार मिश्र ने कहा कि जिस स्थति में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ रहा है, इन परिस्थितियों में सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों का हाल बेहाल है। कर्मचारी व उनके परिवारीजनों व परिचितों तथा आम जनमानस के इलाज के लाले पड़ हुए हैं।
आलम यह है कि आज की तारीख में कोई सुनने वाला तक नहीं है। हद तो यह है कि जिन कार्यालयों में कर्मचारी काम कर रहे हैं, वहां भी कर्मचारी रामभरोसे ही काम कर रहे हैं। उनके बचाव की कोई व्यापक सुविधा नहीं है।
श्री मिश्र ने कहा कि महामारी का यह आलम है कि आज सभी श्मशान घाटों पर लाइन लगी है, वहां भी कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लाखों कर्मचारियों की तरफ से बहुत ही विनम्र अनुरोध है कि प्रदेश सरकार व शासन सबसे पहले सभी कार्यालयों में रोटेशन तत्काल लागू करे।
जिससे यह फ्रन्टलाइन के कर्मचारी, मेडिकल, निकाय, पुलिस, आदि जिनका सीधे आम जनमानस से सरोकार है, वह इस गम्भीर वायरस की लड़ाई में अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें।
उन्होंने कहा कि कोई ऐसा विभाग या कार्यालय फ़िलहाल लखनऊ में नहीं बचा जहां कोरोना वायरस न फैला हो। चाहे वह सचिवालय हो, नगर निगम, विकास प्राधिकरण, मेडिकल कालेज ही क्यों न हो, सभी सरकारी कार्यालय इसकी चपेट में हैं।
शशि कुमार मिश्र ने कहा कि इसलिए यह प्रदेशों के चुनाव, पंचायत चुनाव आदि को थोड़ा छोड़कर प्रदेश, देश तथा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को बचाने का प्रयास होना चाहिए।
उन्होंने बेहद भावुक होते हुए कहा कि आज यह पीड़ा को बयान इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि आज मेरे संगठन के सम्मानित महामंत्री सैयद कैसर रजा की धर्मपत्नी पिछले 10-12 दिन से कोरोना वायरस से ग्रसित थीं।
उन्होंने बताया कि उनका ऐरा मेडिकल कॉलेज लखनऊ में इलाज चल रहा था। महामारी के इस काल से जूझते हुए उन्होंने अपनी जान दे दी। ये सारी की सारी व्यवस्था, परिचय, पैसा, जुगाड़ सब धरा रह गया।
उन्होंने कहा कि अभी भी समय है कि इस महामारी से हम सभी विभिन्न आवश्यक सेवाओं के कर्मचारी व उनके परिवार तथा आम जनमानस को बचा सकते हैं। इसलिए हम सभी पूरी सतर्कता बरतें और सुरक्षित रहें।
ध्यान दें तथा सरकार व शासन स्तर पर इस महामारी के बचाव हेतु सभी प्रयास किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने मोदी के संदेश को याद करते हुए करते हुए कहा कि याद रखें कि जान है तो जहान है।