लखनऊ। नगर निगम में वेतन का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन कर्मचारी हड़ताल पर चले जा रहे हैं इसके बाद भी नगर निगम के जिम्मेदार इन कर्मचारियों का वेतन जारी नहीं करा पा रहे है।
कर्मचारियों में वेतन न मिलने से नाराजगी जिसका असर काम पर भी दिखाई देने लगा है। इस बीच वेतन न मिलने से नाराज वाहन चालकों ने भी हड़ताल कर दी। जिसके बाद अधिकारी करीब पांच घंटे तक हलकान रहे।
नगर निगम के अधिकारी मंगलवार को लगभग पांच घंटे पैदल हो गए। उनको किराए पर उपलब्ध कराए गए वाहनों के चालकों ने वेतन न मिलने के कारण काम बंद कर दिया। नगर निगम मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। बाद में नगर निगम प्रशासन ने संस्था को भुगतान करने व वेतन दिलाने के आश्वासन के बाद वह शांत हुए और काम पर लौटे।
नगर निगम में अधिकारियों के चलने के लिए 52 वाहन पंडित ट्रवेल से किराए पर लिया गया है। ट्रवेल कम्पनी को दिसम्बर माह से भुगतान नहीं दिया है। कम्पनी ने फरवरी माह तक का बिल भुगतान के लिए प्रस्तुत कर दिया है। लेकिन नगर निगम प्रशासन भुगतान नहीं कर रहा है।
तीन माह में लगभग 70 लाख रुपए बकाया हो चुका है। इससे चालकों का वेतन नहीं मिल पा रहा है। मंगलवार को सुबह लगभग 11 बजे जो अधिकारी जहां था उसे वहीं छोड़कर सभी चालक वाहन लेकर मुख्यालय पहुंच गए।
नगर निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान अधिकारियों को अपने निजी वाहन या किसी अन्य अधिकारी के वाहन की मदद लेनी पड़ी। नगर निगम प्रशासन ने वाहन चालकों को शीघ्र वेतन भुगतान का आश्वासन दिया। इससे बाद वह काम पर लौटे। लगभग तीन बजे अधिकारियों को दोबरा वाहन उपलब्ध हो सका।
त्रुटियों के कारण हो रहा विलंब
बिल में कई त्रुटियां हैं। इसी कारण भुगतान में विलम्ब हुआ है। कम्पनी उसे दुरुस्त करने में टालमटोल कर रही है। वाहन चालकों का वेतन भुगतान के लिए कम्पनी को निर्देश दे दिया गया है। साथ बिल दुरुस्त करके दोबारा प्रस्तुत करने को कहा है। बिल प्रस्तुत होते ही भुगतान कर दिया जाएगा।
अमित कुमार, अपर नगर आयुक्त, नगर निगम, लखनऊ।