लखनऊ: पंचायत चुनाव की तैयारी तेजी से हो रही है, चुनाव पूरा करवाने के लिए लगभग 13.4 लाख कर्मचारी एक्टिव रहेंगे। इसके साथ ही पहले भुगतान के साथ-साथ बीमा की भी सुविधा मिलेगी।
एक बार में ही जिले के चुनाव
एक जिले में पूरी प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए एक ही बार में चुनाव संपन्न करवाने की तैयारी है। इसके लिए अगर जिले में कर्मचारी कम पड़ेंगे तो आसपास के जिलों से मदद ली जायेगी। सभी कर्मचारियों को भुगतान भी इस बार पहले ही मिल जाएगा। पोलिंग पर रवाना होने से पहले रकम उनके खाते में आ जायेगी।
किसी तरह की घटना होने पर मुआवजा
चुनाव की प्रक्रिया के दौरान किसी तरह की घटना होने पर सरकार आर्थिक मदद देने का भी प्लान कर रखा है। ड्यूटी के दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना होने की स्थिति में सरकार की मुआवजा देने की योजना की है।
चुनाव में कई बार आंतकवादी घटना से लेकर हिसंक झड़प, बूथ कैप्चरिंग और आगजनी की वारदात हो जाती है। इसमें चुनावी ड्यूटी दे रहे लोगों के हताहत होने का भी खतरा रहता है। अगर चुनावी ट्रेनिंग, मतदान या मतगणना के दौरान किसी तरह की असामयिक दुर्घटना होती है और कर्मी की मृत्यु होने पर 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा।
वहीं आतंकवादी घटना, बम विस्फोट या आक्रमण होने पर मृतक कर्मी के परिवार को 20 लाख रुपये दिए जाते हैं। इसके साथ ही चुनावी प्रक्रिया में स्थाई अपंगता होने पर 5-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाता है।
इस तरह होगा भुगतान
ड्यूटी में लगे कर्मी अपनी मेहनत का पैसा इस बार पहले ही पा जायेंगे। ट्रेनिंग और मतगणना/मतदान के लिए एक रकम दी जायेगी। पीठसीन अधिकारी को एक दिन का 350 रुपये, वहीं मतदान अधिकारी को 250 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दिए जायेंगे।
चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों को एक दिन का 150 रुपये दिया जाएगा। पूरी प्रक्रिया में इस बार 13 लाख 40 हजार कर्मचारी कार्यरत होंगे।