नई दिल्ली: एक अप्रैल से उत्तराखंड के हरिद्वार में शुरु होने वाले महाकुंभ के लिए प्रशासन और सरकार की तैयारियां जोरों पर हैं। सरकार और प्रशासन पूरी कोशिश कर रहे हैं कि सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी तहर की कमी ना रह जाए। इसलिए कुम्भ मेले में सुरक्षा व्यवस्था, पुलिस और पीएसी जवानों की उपलब्धता के लिए त्रिवेंद्र सरकार उत्तर प्रदेश की सरकार से मदद लेगी। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से हजार पुलिसकर्मी और 20 कंपनी पीएसी की मदद की मांग करेंगे। कुंभ मेले में यह व्यवस्था 5 से 15 अप्रैल तक के लिए बेहद जरूरी होगी। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोविड-19 की दृष्टिगत से सभी को व्यवस्थाओं के पालन के निर्देश दिए हैं।
सीएम त्रिवेंद्र ने की बैठक
कुंभ मेले से पहले सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को बैठक की। बैठक में सीएम ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि सम्पादित होने वाली व्यवस्थाओं की एसओपी जारी करने के साथ ही डाक्यूमेन्टेशन पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने इस सम्बन्ध में व्यापक जन जागरूकता के प्रसार पर भी बल दिया।
सीएम त्रिवेंद्र ने दिए सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगामी कुम्भ मेले को सुरक्षित व व्यवस्थित ढंग से संपन्न करने के लिये प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कुंभ मेले के कार्यों के संबंध में सभी आवश्यक स्वीकृतियों, कार्यों की गुणवत्ता और उपयोगिता आदि का प्रभावी क्रियान्वयन तत्परता के साथ सुनिश्चित किया जाए।
संतों को भी दिखानी होगी कोविड निगेटिव रिपोर्ट
महाकुंभ में स्नान करने वाले सभी लोगों को 72 घंटे पहले की कोविड निगेटिव रिपोर्ट देखिए होगी। सरकार ने यह नियम साधु संतों पर भी लागू किया है। सरकार ने साफ निर्देश दिए हैं कि, कुंभ में स्नान करने वाले संतों को भी 72 घंटे पहले की कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी। बताया जा रहा है कि अखाड़ों की छावनियों में ठहरने वाले संतों की कोविड की एंटीजन जांच की जाएगी। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण नियंत्रण के मद्देनजर रखते हुए छावनियों में भी गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।