Breaking News featured देश यूपी

राम मंदिर के बाद उभरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मुद्दा, जानें कब होगी अगली सुनवाई

9bd184be 6baf 4852 ae16 e5bc39ebf0aa राम मंदिर के बाद उभरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मुद्दा, जानें कब होगी अगली सुनवाई

मथुरा। देश में आए दिन किसी न किसी धार्मिक स्थल को लेकर विवाद चलता रहता है। जैसा कि आप सभी जानते है अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का विवाद भी कई सौ वर्ष पुराना था। जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद सुलझ गया। इसके साथ कई देश में कई विवास्पद धार्मिक स्थल हैं जिनसें लोगों की धार्मिक आस्थाएं जुड़ी हुई हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मुथुरा जनपद से आया है, जहां शाही ईदगाह को हटाकर उक्त भूमि को श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट को सौंपे जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिसके चलते जिला न्यायलय में एक याचिका दाखिल की गई थी। याचिका के मामले के दूसरे प्रतिवादी शाही ईदगाह प्रबंधन समिति की आपत्ति पर हुई करीब एक घंटे की बहस के बाद जिला न्यायाधीश ने निर्णय देने के लिए 11 जनवरी की तारीख तय की है।

जानें कौन हैं वादी और प्रतिवादी अधिवक्ता-

बता दें कि जिला न्यायालय में दाखिल किए गए श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मामले में दोनों पक्षों के बीच 1967 में हुए समझौते को निरस्त कर ईदगाह को हटाकर उक्त भूमि मंदिर को वापस किए जाने से संबंधित मामले में प्रतिवादी संख्या दो यानी शाही ईदगाह की ओर से पेश हुए अधिवक्ता अबरार हुसैन, इकरार हुसैन, नीरज शर्मा और सौरभ श्रीवास्तव ने प्रबंधन समिति के सचिव तनवीर अहमद की ओर से प्रार्थना पत्र देकर कहा कि वादी का दावा विधि सम्मत नहीं है और इस मामले को पंजीकृत न किया जाए। इसका वादी के पैरोकार हरिशंकर जैन, विष्णुशंकर जैन और प्रतिवादी संख्या – तीन कृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट के अधिवक्ता महेश चंद्र चतुर्वेदी और चौथे प्रतिवादी मुकेश खण्डेलवाल, श्रीकृष्ण जन्म स्थान सेवा संस्था के वकील, ने विरोध किया।

ईदगाह मस्जिद श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर बनी है- वादियों का दावा

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब यह मामला पहले ही सुना जा चुका है और तत्कालीन जिला न्यायाधीश साधना रानी ठाकुर इस संबंध में अपना निर्णय दे चुकी हैं तो इस पर पुनः विचार करना न्यायसंगत नहीं होगा। इस पर न्यायालय ने निर्णय सुनाने के लिए 11 जनवरी की तारीख तय कर दी। इसी बीच जिला शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि न्यायालय ने इस मामले में पक्षकार बनने के लिए अर्जी दाखिल करने वाले सभी पक्षों की सुनवाई के लिए भी 11 जनवरी की ही तारीख तय की है। वादियों का दावा है कि ईदगाह मस्जिद श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर बनी है।

Related posts

कांग्रेस पार्टी नवजोत सिद्धू को लेकर गंभीर, तो क्या ‘बैन’ हो जाएंगे सिद्धू

bharatkhabar

चीन अपनी सैन्य ताकत नहीं दिखाएगा: शी

bharatkhabar

दिवाली से पहले हरियाणा सरकार का फैसला, 14 जिलों में पटाखों की बिक्री पर रोक, जानिए वजह

Rahul