नई दिल्ली, संवाददाता। लोकसभा चुनाव परिणामों (Lok Sabha Elections 2019) के ऐलान के बाद पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उनसे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amrinder Singh) के साथ टकराव को लेकर जवाब तलब किया जा सकता है। दोनों नेताओं के बीच घमासान को लेकर पार्टी गंभीर है। पार्टी महासचिव और प्रदेश प्रभारी आशा कुमार जल्द प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ से रिपोर्ट तलब करेंगी।
प्रदेश प्रभारी ने कहा कि चुनाव नतीजे आने के बाद इस पूरे घमासान पर प्रदेश कांग्रेस से रिपोर्ट मांगेंगी। प्रदेश कांग्रेस से रिपोर्ट मिलने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से चर्चा करेंगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ गुरुदासपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इसलिए, वह चुनाव में व्यस्त हैं। ऐसे में चुनाव खत्म होने के बाद ही कोई रिपोर्ट मांगी जा सकती है।
टिकट न मिलने से उपजा विवाद: मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू की लड़ाई काफी पुरानी है। मौजूदा विवाद सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर को चंडीगढ़ से टिकट नहीं मिलने के बाद शुरू हुआ। नवजोत कौर का आरोप है कि कैप्टन की वजह से उन्हें लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिला। आरोप पर सिद्धू ने कहा था कि उनकी पत्नी कभी झूठ नहीं बोलतीं।
इस बीच, रविवार को मतदान के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मीडिया से कहा कि ‘सिद्धू उनकी जगह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। सिद्धू असली कांग्रेसी नहीं हैं। वह कांग्रेसी होते तो अपनी शिकायतों के लिए चुनाव का वक्त नहीं चुनते।’