नई दिल्ली। सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का हमारे दैनिक जीवन में बहुत महत्व होता है। सूर्य और चंद्रमा की स्थिति परिवर्तन से पूरे दिन की परिभाषा ही बदल जाती है। तो जानकारी के लिए बता दें कि इस बार का साल का आखिर सूर्य ग्रहण जल्द ही लगने वाला है। साल का आखिरी 14 दिसंबर को सूर्य ग्रहण लगेगा। इस सूर्य ग्रहण का समय शाम आरंभ होकर मध्यरात्रि तक रहेगा। यह वृश्चिक राशि में लगने जा रहा है। इसका प्रभाव दुनिया में सभी जगह और सभी राशियों पर दिखाई देगा। इसको ग्रहण को खंडग्रास सूर्य ग्रहण माना जा रहा है। भारतीय समयानुसार इस सूर्य ग्रहण का समय शाम 7 बजकर 3 मिनट से आरंभ होगा और इसकी समाप्ति मध्यरात्रि में यानी 15 दिसंबर की रात 12 बजकर 23 मिनट पर होगी। सूर्य ग्रहण की अवधि 5 घंटे की रहेगी।
ऐसे होता है सूर्य ग्रहण-
बता दें कि विज्ञान की दृष्टि से जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से होते हुए गुजरता है। इस दौरान चंद्र सूर्य की रोशनी को आंशिक या पूर्ण रूप से अपने पीछे ढकते हुए उसे पृथ्वी तक पहुंचने से रोक लेता है और उस समय रोशनी के अभाव में पृथ्वी पर अंधियारा छा जाता है। इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है और चांद पृथ्वी की। कभी-कभी चांद, सूरज और धरती के बीच आ जाता है। यह घटना हमेशा अमावस्या को ही होती है और 14 दिसंबर को भी अमावस है। 14 दिसंबर में लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, क्योंकि इस सूर्य ग्रहण के समय भारत में रात का समय रहेगा। यह दक्षिण अफ्रीका, प्रशांत महासागर सहित दक्षिण अमेरिका, मैक्सिको सऊदी अरब, कतर, सुमात्रा, मलेशिया, ओमान, सिंगापुर, नॉर्थन मरिना आईलैंड और श्रीलंका में भी देखा जा सकेगा। देश में नहीं दिखने से इस सूर्य ग्रहण को खंडग्रास कहा जा रहा है। खंडग्रास सूर्य ग्रहण के दौरान मंदिरों के कपाट बंद नहीं होते हैं।
वृश्चिक राशि के जातकों को विशेष सावधानी की जरूरत-
सूर्य ग्रहण के दौरान वृश्चिक राशि के जातकों को विशेष सावधानी बरतनी होगी। क्योंकि इस बार का सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि में ही लगने जा रहा है। सूर्य ग्रहण के दौरान यात्रा करने से बचें। इसके साथ ही वृष, कर्क, तुला और मकर राशि के जातकों को भी सर्तकता बरतनी होगी। खंडग्रास होने के बाद भी सूर्य ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण के समय पांच ग्रह एक साथ होंगे। इस दौरान चंद्रमा, बुध, शुक्र सूर्य और केतु एक मौजूद रहेंगे।