नई दिल्ली। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने गुरूवार को अपनी ग्रीन बजट पेश किया वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली विधानसभा में बजट पेश किया। मनीष सिसोदिया का यह चौथा बजट है। प्रस्ताव बजट प्रस्तावित बजट 53 हजार करोड़ रुपए का है। इसका 13 फीसदी स्थानीय निकायों को दिया जाएगा। पिछले 3 साल में बजट 30,900 करोड़ से बढ़कर 53,000 करोड़ तक पहुंचा। निगम की टूटी सड़कों को ठीक करने के लिए 1,000 करोड़ का बजट अलग से दिया जाएगा। सिसोदिया बोले- पहला बजट शिक्षा स्वास्थ्य बजट था। इस वर्ष ग्रीन बजट के प्रस्ताव अहम होंगे।
बता दें कि बजट पेश करते हुए रोजगार की स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि आर्थिक असमानता की दर अमेरिका और रूस से आगे पहुंच गई है। बजट बनाते वक्त इन सब बातों पर ध्यान देना जरूरी है। ब्रिक्स और सार्क देशों से भी कम पैसा हम शिक्षा और हेल्थ बजट पर खर्च कर रहे हैं। मनीष सिसोदिया ने बजट भाषण की शुरुआत रोजगार की स्थिति पर चिंता जताते हुए किया। उन्होंने कहा कि निचले स्तर पर विकास नहीं हो रहा। आर्थिक असमानता बढ़ रही है। इस पर ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि विश्व के प्रदूषित 20 में से 9 शहर भारत में है।
वहीं केजरीवाल सरकार इस बजट में पर्यावरणको लेकर कुछ बड़े ऐलान कर सकते हैं। आप के इस बजट में शिक्षा और हेल्थ पर ज्यादा फोकस किया जा सकता है। दिल्ली की सत्ता में 3 साल पूरे कर चुकी आप सरकार अपने बजट में पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए मज़बूत कदम उठाने जा रही है। दिल्ली की हवा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए पर्यावरण विभाग, परिवहन विभाग, पीडब्ल्यूडी विभाग, और ऊर्जा विभाग को ग्रीन बजट का हिस्सा बनाया जाएगा। ‘आप’ प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने बताया कि इस बार बजट के बारे में सुना है कि ग्रीन बजट लाया जाएगा। पर्यावरण पर इस बार बजट का मुख्य फोकस रहेगा।